Batenge Toh Katenge Slogan: 'बंटोगे तो कटोगे' नारे की चर्चा इन दिनों खूब हो रही है और अब केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान (Arif Mohammad Khan) ने पहली बार इस पर बयान दिया है. उन्होंने 'बंटोगे तो कटोगे' नारे का समर्थन किया है और कहा है इसमें कुछ भी गलत नहीं है. सभी में एकता का भाव होना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि जब आस्था समान है तो हम सबको एक होना चाहिए. इस नारे की चर्चा केरल से लेकर कनाडा तक हो रही है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसकी शुरुआत कहां से हुई थी.


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कहां से शुरू हुआ 'बटेंगे तो कटेंगे' नारा?


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने 'बंटेंगे तो कटेंगे (Batenge Toh Katenge)' का नारा दिया था. इस साल अगस्त में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने बांग्लादेश के हालात पर टिप्पणी की थी. इस दौरान उन्होंने कहा था, 'राष्ट्र से बड़ा कुछ नहीं हो सकता. कोई भी राष्ट्र तभी मजबूत रह सकता है, जब हम एकजुट और धर्मनिष्ठ रहेंगे. बंटेंगे तो कटेंगे.' उन्होंने आगे कहा, 'आप बांग्लादेश के हालात देखिए, यह गलती यहां नहीं होनी चाहिए. इसलिए, एकजुट रहें, ईमानदार रहें, सुरक्षित रहें, हमें विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने की दिशा में काम करना है.'


इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने इस नारे को हरियाणा चुनाव (Haryana Vidhan Sabha Chunav) के दौरान भी दोहराया और कहा, 'बंटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो नेक रहेंगे.' 'बंटेंगे तो कटेंगे (Batenge Toh Katenge)' नारे का फायदा भारतीय जनता पार्टी (BJP) को हरियाणा चुनाव में हुआ और पार्टी ने बहुमत हासिल कर सरकार बनाई. सीएम योगी के इस नारे की गूंज अब केरल से लेकर कनाडा तक सुनाई दे रही है.


कनाडा में भी 'बंटेंगे तो कटेंगे' की चर्चा


पिछले सप्ताह कनाडा के ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर के पास भक्‍तों पर खालिस्तानी समर्थकों ने हमला कर दिया था. इस हमले जुड़े कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे, जिसमें लोग हाथापाई और एक-दूसरे पर डंडों से हमला करते नजर आए थे. इसमें से एक वीडियो में हिंदू समुदाय के लोग सीएम योगी के नारे 'बंटोगे तो कटोगे' लगाते नजर आ रहे थे. वीडियो में कई लोग इसका समर्थन भी करते दिखे थे.


योगी जी का या मोदी जी? किसका नारा अपनाना है: खरगे


कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर वोट हासिल करने के लिए लोगों को भड़काने का आरोप लगाया. खरगे ने एक अखबार में प्रकाशित लेख का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने पढ़ा है कि आरएसएस उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे का समर्थन करता है. उन्होंने कहा, 'पहले आप आपस में तय कर लें कि किसका नारा अपनाना है-योगी जी का या मोदी जी का. भाजपा नेता भड़काऊ भाषण देते हैं, झूठ बोलते हैं और लोगों का ध्यान मूल मुद्दों से भटकाते हैं.'


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को उत्तर महाराष्ट्र के धुले जिले में एक चुनावी रैली में अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के बीच एकता पर जोर देते हुए कहा था, 'याद रखें, एक हैं तो सेफ हैं.' खरगे ने कहा कि देश को एकजुट करने के लिए कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने अपने प्राण न्योछावर कर दिए. उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, 'आप केवल बांटते हैं, लेकिन दूसरों पर दोष मढ़ते हैं. आप कहते हैं 'बटेंगे तो कटेंगे.' जो लोग चाहते हैं कि देश एकजुट रहे, वे कभी भी ऐसे विभाजनकारी नारे नहीं देंगे.'
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी भाषा)