DNA Analysis: हम आपको सोमवार की उस सबसे शक्तिशाली तस्वीर के बारे में बताने जा रहे हैं जो जर्मनी से आई हैं.इन तस्वीरों में आपको अमेरिका के राष्ट्रपति Joe Biden.. भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हाथ मिलाने के लिए काफी बेचैन दिखाई दिए. जर्मनी में सोमवार को जी-Seven देशों के एक समिट का आयोजन हुआ, जिसके लिए सभी देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने एक ग्रुप फोटो खिंचवाई. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी कनाडा के प्रधानमंत्री Justin Trudeau के साथ खड़े होकर उनसे बातें कर रहे थे. लेकिन तभी Joe Bdien प्रधानमंत्री मोदी की तरफ आए और उनके कंधे पर हाथ रख कर उनसे कुछ कहा. इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने पीछे मुड़कर उनसे हाथ मिलाया और इस दौरान दोनों नेताओं के बीच बात भी हुई. ये तस्वीरें अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत की नई शक्ति के बारे में बताती हैं.


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पीएम मोदी सबसे बड़े और मजबूत ग्लोबल लीडर


मोदी दुनिया के इकलौते ऐसे नेता हैं, जिनके पीछे 140 करोड़ लोग खड़े हैं. उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में एक बार नहीं बल्कि दो-दो बार पूर्ण बहुमत से चुनाव जीत कर सरकार बनाई है. यानी आज प्रधानमंत्री मोदी का Status सबसे बड़े और मजबूत ग्लोबल लीडर का है. वो दूसरे देशों के बीच स्वीकार्य भी हैं. मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री Justin Trudeau के बीच भी पक्की दोस्ती दिखाई दी. दोनों नेताओं ने समिट से पहले और समिट के बाद काफी देर तक बात की. इसके अलावा फ्रांस के राष्ट्रपति इमानयुल मैक्रों और प्रधानमंत्री मोदी ने समिट से पहले एक दूसरे से काफी लम्बी चर्चा की. इस दौरान दोनों नेता के बीच शानदार Personal Chemistry देखने को मिली.


इन 3 कसौटियों पर परखे जाते हैं नेता


किसी भी नेता को तीन कसौटियों पर परखा जाता है. पहला, उसकी लोकप्रियता.. दूसरा, किसी भी संकट से लड़ने की उसकी क्षमता. तीसरा भविष्य को लेकर इसका विजन. इन तीनों ही मामलों में प्रधानमंत्री मोदी दुनिया के किसी भी नेता से काफी ऊपर हैं. जब पूरी दुनिया कोविड से संघर्ष कर रही थी, उस वक्त प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व कौशल ने उन्हें दुनियाभर में ग्लोबल लीडर के तौर पर स्थापित किया.


समिट में भारत विशेष तौर पर आमंत्रित


कोविड मैनेजमेंट को लेकर उनकी नीतियों और वैक्सीन को लेकर सरकार के प्रयासों ने उनकी विश्वसनीयता को और भी बढ़ा दिया. G-7 देशों के समिट में भारत खास मेहमान के तौर पर उपस्थित था. G-7 यानी ग्रुप-7 असल में दुनिया के सात अमीर देशों का एक समूह है, जिसमें ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और अमेरिका शामिल हैं. लेकिन इस बार के समिट में भारत को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया था.


G-7 समिट में इन मुद्दों पर चर्चा


इस समिट में जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य और खाद्य संकट को लेकर चर्चा हुई. रशिया और यूक्रेन के मुद्दे पर भी इन देशों ने अपना पक्ष रखा. जर्मनी के जिस होटेल में G-7 समिट का आयोजन हुआ, वो Hotel..  स्लॉश एल-माओ के नाम से पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है, जो Alps की पहाड़ियों पर स्थित है. इस होटेल का भारत से भी एक दिलचस्प कनेक्शन है. इस होटल में भगवान गणेश के नाम से एक Restaurant है. इसके अलावा इस होटल की दीवारों पर हाथियों की आकृतियां बनी हुई हैं. यहां योग और अध्यात्म के लिए जो केन्द्र बने हुए हैं, उनमें भारतीय संस्कृति साफ झलकती है. जैसे एक वेलनेस सेंटर का नाम है, जीवनमुक्ति योग स्टूडियो. इसके अलावा शांतिगिरी स्पा और आनंदा स्पा Restaurant भी यहां पर मौजूद हैं. इस होटल से जुड़ी एक दिलचस्प बात ये भी है कि यहां AC नहीं लगे हैं. क्योंकि इस होटल में पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए चीजों की व्यवस्था की गई है.


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