डायन बता कर परिवार के 5 लोगों को उतारा मौत के घाट, मामले ने अब ले लिया है राजनीतिक रंग
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डायन बता कर परिवार के 5 लोगों को उतारा मौत के घाट, मामले ने अब ले लिया है राजनीतिक रंग

इस घटना में शामिल 8 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. अन्य पर विधि सम्मत कार्रवाई की जा रही है. SP ने कहा है कि अंधविश्वास नामक कोई चीज नहीं है और वर्तमान समय में डायन बिसाही नहीं है. 

डायन बता कर परिवार के 5 लोगों को उतारा मौत के घाट, मामले ने अब ले लिया है राजनीतिक रंग.

Gumla: झारखंड के गुमला जिले के कामडारा थाना क्षेत्र के बुरुहातु आमटोली में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या का मामला अब राजनीतिक रंग पकड़ने लगा है. राजनीतिक रंग पकड़ने के कारण गुमला पुलिस भी इस मामले में गंभीरता से लेते हुए अपने बयान को सही ठहराने के उद्देश्य साक्ष्य जुटाने में लगी है. 

इस संबंध में गुमला के SP हरदीप पी जनार्दन ने कहा कि यह घटना डायन बिसाही के कारण ही घटित हुई है. क्योंकि पुलिस द्वारा SIT टीम का गठन कर इस मामले की बारीकी से जांच किया गया. इसमें अंधविश्वास के कारण घटना घटने का सबूत मिला है. 

इसके अलावा खोजी कुत्ता, खोजी कुत्ता दशा के टीमों द्वारा जो साक्ष्य मिली है. उसमें अंधविश्वास के कारण इस घटना का प्रमाण मिला है. गांव में बैठक कर कुल 80 लोग शामिल थे. इसका वीडियो फुटेज पुलिस ने जारी किया है. एसपी जनार्दन ने कहा कि कानून हाथ में लेने वाले सभी लोगों पर कानून सम्मत कार्रवाई की जा रही है.

इस घटना में शामिल 8 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. अन्य पर विधि सम्मत कार्रवाई की जा रही है. SP ने कहा है कि अंधविश्वास नामक कोई चीज नहीं है और वर्तमान समय में डायन बिसाही नहीं है. लोग अंधविश्वास में कानून को अपने हाथ में ना लें. कानून को हाथ लेने वाले व्यक्तियों पर पुलिस कठोर कार्रवाई करेगी. 

पुलिस के द्वारा डायन बिसाही के मामले में ग्रामीणों के द्वारा जो बैठक की गई है, उसका वीडियो भी पुलिस ने जारी किया है. इसमें ग्रामीण के द्वारा निकोदिन तोपनो को पिटाई करते हुए सीन दिखाया गया है. निकोदिन तोपनो एवं उसकी पत्नी व पुत्र, पुत्रवधू व उसके पोते को बेरहमी से कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दिया गया था.

इसके बाद इस घटना को लेकर पूरे राज्य में विपक्षी दलों द्वारा सरकार को घेरने की लगातार प्रयास हो रही है .पुलिस अपने तथ्य को मजबूत करने के लिए साक्षी ग्रामीणों से इकट्ठा कर अपने पास रख रही है.
इनपुट- रणधीर निधि