झारखंड: U-17 महिला फुटबाल टीम की 8 प्लेयर्स का वजन कम, वजह आई सामने...
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झारखंड: U-17 महिला फुटबाल टीम की 8 प्लेयर्स का वजन कम, वजह आई सामने...

सभी खिलाड़ियों को राजकीय अतिथिशाला में रखा गया है. वहीं, खिलाड़ियों को पौष्टिक भोजन देने की शुरुआत कर दी गई है, ताकि जल्द से जल्द उनका वजन सामान्य हो जाए और कैंप शुरू हो सके.

 8 खिलाड़ियों में से अधिकांश का वजन लॉकडाउन (Lockdown) में अच्छा भोजन नही मिल पाने के कारण घट गया .

रांची: वर्ल्ड कप अंडर-17 महिला फुटबॉल टीम की संभावितों में शामिल झारखंड की 8 खिलाड़ियों में से अधिकांश का वजन लॉकडाउन (Lockdown) में अच्छा भोजन नही मिल पाने के कारण, घट गया और कई खिलाड़ी अंडरवेट हो गईं हैं. इस कारण कैंप की तैयारियों को तगड़ा झटका लगा है.

ये सभी खिलाड़ी काफी गरीब परिवारों से हैं. आंखों में बड़े बड़े सपने लिए ये खिलाड़ी राजधानी रांची के कैम्प में प्रक्टिस करने पहुंची थी. लेकिन अभी खिलाड़ी प्रैक्टिस नही बल्कि हेल्दी डाइट ले रही हैं, ताकि जल्द इनका वजन बढ़े और फिर कैम्प में शामिल हो सकें. ये सभी खिलाड़ी रांची, गुमला ओर सिमडेगा जिले के हैं.

बता दें कि, झारखंड के खेल विभाग ने कैंप शुरू करने के लिए खिलाड़ियों को उनके गांवों से राजधानी रांची बुलाकर कोरोना टेस्ट भी करा लिया था. रिपोर्ट निगेटिव आने पर उम्मीद जगी कि, अब कैम्प में सभी खिलाड़ी शामिल होकर ट्रेनिग लेंगी, कैंप रविवार से शुरू होने की उम्मीद जगी थी. लेकिन, कैंप से पहले जब खिलाड़ियों का वजन कराया गया तो, कई का वजन चार से पांच किलो तक कम पाया गया.

कैंप के लिए अब खिलाड़ियों को उनका वजन मानक के अनुसार होने का इंतजार करना पड़ेगा. सभी खिलाड़ियों को राजकीय अतिथिशाला में रखा गया है. वहीं, खिलाड़ियों को पौष्टिक भोजन देने की शुरुआत कर दी गई है, ताकि जल्द से जल्द उनका वजन सामान्य हो जाए और कैंप शुरू हो सके.

खेल विभाग ने सभी खिलाड़ियों का कोरोना टेस्ट कराने के साथ ही, पूरा मेडिकल टेस्ट कराया. राहत की बात रही कि, स्वास्थ्य परीक्षण में हिमोग्लोबीन (Hb) और ईसीजी (ECG) की रिपोर्ट सामान्य आई है. खिलाड़ियों को फिलहाल मोरहाबादी स्थित राज्य अतिथिशाला में ही ठहराया जाएगा. उनके खाने-पीने की व्यवस्था भी वहीं की गई है.

वहीं, काफी उठा-पटक के बीच ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) ने खेल विभाग और झारखंड फुटबॉल एसोसिएशन (JFA) को कैंप कराने के लिए ई-मेल से अनुमति दी. झारखंड सरकार प्रदेश की खिलाड़ियों का कैंप पहले ही शुरू करना चाहती थी, लेकिन शुरुआत में फेडरेशन ने कैंप में खिलाड़ियों को आने से मना कर दिया था.

विश्व कप कैंप के लिए उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लेने के लिए भारतीय फुटबॉल संघ टीम के सहायक कोच एलैक्स एम्ब्रोस को रांची आए थे और तैयारी देख कर संतुस्ट भी हुए हैं. वहीं, खिलाड़ियों की माने तो लॉकडाउन की वजह से उनके खाने-पीने पर काफी असर पड़ा है और कहीं से कुछ आ नहीं पा रहा था. ऐसे में लॉकडाउन से पहले खिलाड़ी गोवा में कैंप कर रही थीं, तब सारी सुविधाएं उपलब्ध थीं.

लॉकडाउन से ठीक पहले खिलाड़ियों को घर भेज दिया गया था, सरकार ने खिलाड़ियों के कैंप के लिए प्रयास किया. इसके लिए खिलाड़ी सरकार का आभार भी प्रकट कर रही है. वहीं, खेल विभाग के निदेशक अनिल कुमार सिंह की मानें  तो, सरकार ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश करके यहां के खिलाड़ियों को आगे लाने का काम किया है. उन्होंने कहा कि, रविवार से कैंप शुरू किया जाना था, लेकिन भारतीय स्तर के प्रशिक्षकों ने इन खिलाड़ियों का जब वजन किया तो, वजन औसतन कम पाया गया है.

दरअसल, गोवा से लेकर झारखंड तक के सफर में लॉकडाउन लागू हो गया और इसी बीच अच्छे खान-पान नहीं होने से खिलाड़ियों का वजन कम हुआ है. खिलाड़ियों की सभी तरह की मेडिकल जांच के साथ कोरोना टेस्ट भी कराया गया है और सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. अब सभी खिलाड़ियों को राजकीय अतिथिशाला में रखा गया है और उन्हें भारतीय फुटबॉल संघ के द्वारा दिए गए डाइट चार्ट के आधार पर भोजन दिया जा रहा है. जल्द ही वजन को रिकवर कर फिर से कैंप की शुरुआत की जाएगी.