पटना: बिहार में एनडीए के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. पिछले दिनों से ही बयानबाजियां अपने शबाब पर हैं. अरुणाचल में जेडीयू के नेताओं के दलबदल मामले के बाद से तो सियासी पारा और भी ऊपर चढ़ गया है. अब पिछले दिनों जेडीयू की राष्ट्रीय कार्याकारिणी में जेडीयू के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में आरसीपी सिंह की ताजपोशी की गई, जिसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने एक बयान दिया.


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सीएम के बयान के बाद सियासी जगत में विपक्षी दलों ने चुटकियां लेनी शुरू कर दी है. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी के दवाब में मैं सीएम बना हूं. मैंने बार-बार पद स्वीकारने से मना किया था.


कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि मैं जिस नीतीश कुमार को जानता हूं वो किसी के दवाब में नहीं आते थे. नीतीश कुमार क्यों दवाब में आ रहे ये नीतीश ही बता सकते हैं. ऐसा दवाब नीतीश कुमार कब तक झेलेंगे कहा नहीं जा सकता.


नीतीश कुमार के कांग्रेस के साथ आने पर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि ये काल्पनिक सवाल है. जबतक नीतीश कुमार एनडीए नहीं छोड़ते तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता है. फैसला नीतीश कुमार को लेना है. वैसे किसी भी मामले पर फैसला कांग्रेस में आलाकमान ही तय करते हैं.