पटना : एक तरफ देश हिन्दी दिवस मना रहा है वहीं, दूसरी तरफ पटना में छात्र सड़कों पर हैं. छात्रों के धरने को राजनीतिक दलों का समर्थन भी मिला है. बीएड छात्रों के समर्थन में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा भी आ गए. पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने छात्रों के समर्थन का ऐलान किया. ऐलान के साथ ही छात्रों के नामांकन रद्द करने को कुशवाहा ने अन्याय बताया. इतना ही नहीं कुशवाहा ने इसे सरकार की विफलता बताया है.


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उपेन्द्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने राज्यपाल से पूरे मामले में हस्तक्षेप करने की गुजारिश की है. कुशवाहा ने कहा कि कॉलेज की मान्यता रद्द होने से छात्रों का भविष्य बर्बाद होगा. साथ ही उन्होंने सरकार पर सवाल हुए कहा कि आखिर सरकार की गलती का खामियाजा छात्र क्यों भुगतें?


इतना ही नहीं, कुशवाहा ने यह भी कहा कि सरकार नियोजित शिक्षकों से बात क्यों नहीं करती. समान काम के बदले समान वेतन होना चाहिए. स्कूल में पर्मानेंट शिक्षकों की जरूरत होती है. यहां पर्मानेंट बहाली होनी चाहिए. यहां कोई पुल नहीं बन रहा है कि साल दो साल तक काम हो.


बता दें बीएड के छात्र कॉलेज की मान्यता रद्द होने की वजह से धरने पर बैठे हैं. छात्रों का कहना है कि कॉलेज की मान्यता रद्द होने से हमारी पढ़ाई का नुकसान हो रहा है. सरकार इस पूरे मुद्दे पर कोई हल निकाले.


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-- Anupma, News Desk