Bihar News: बेगूसराय में आज ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन के कार्यकर्ताओं के द्वारा शिक्षा,और बेरोजगारी सहित 9 सूत्री मांगों को लेकर बिहार सरकार और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी और हंगामा किया. यह विरोध प्रदर्शन डीएम गेट के सामने ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन के कार्यकर्ता के द्वारा किया गया. इस दौरान ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन के कार्यकर्ता और सदर एसडीओ राजीव कुमार के साथ बहसबाजी भी देखने को मिली. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बता दें कि ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन बेगूसराय जिला इकाई के द्वारा 9 सूत्री मांगों को लेकर बेगूसराय के डीएम गेट के सामने जोरदार प्रदर्शन किया गया. आंदोलन के दौरान कलेक्ट्रेट के उत्तरी गेट के समक्ष एआईवाईएफ से जुड़े आंदोलनकारी नौजवानों ने जमकर मांगों के समर्थन में नारेबाजी की. स्थिति उस समय अचानक तनावपूर्ण हो गई, जब सदर अनुमंडलाधिकारी दलबल के साथ आंदोलनकारी नौजवानों के बीच पहुंचे और बल प्रयोग करते हुए धक्का-मुक्की कर प्रदर्शनकारियों को हटाने का प्रयास करने लगे. जिससे आंदोलनकारी आक्रोशित हो उठे. आंदोलनकारी नौजवान नेताओं एवं प्रशासनिक अधिकारियों के बीच तीखी झड़प हो गई. 


यह भी पढ़ें: पूर्णिया से भी उड़ेंगे हवाई जहाज! पप्पू यादव ने संसद में उठाई आवाज, ये मांग रखी


इससे आक्रोशित आंदोलनकारी उत्तरी गेट के सामने ही बीच सड़क पर बैठ गए. इसके बाद दोनों तरफ से काफी देर तक झड़प होती रही. इस दौरान वहां की स्थिति काफी हंगामेदार बन गई. हंगामा होते देख समाहरणालय से जुड़े अन्य अधिकारी भी वहां पहुंचे और तनावपूर्ण स्थिति को संभालने का प्रयास करते हुए दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर बीच-बचाव किया. काफी मशक्कत के बाद सदर अनुमंडलाधिकारी द्वारा ज्ञापन लेने पर राजी होने के बाद आक्रोशित आंदोलनकारी शांत हुए. इससे पूर्व एआईवाईएफ से जुड़े प्रदर्शनकारी जीडी कॉलेज मुख्य द्वार से जुलूस की शक्ल में बड़ी संख्या में झंडा-बैनर लिये हुए नारेबाजी करते मुख्य बाजार,थाना चौक,कचहरी रोड होते हुए कलेक्ट्रेट के उत्तरी गेट पर पहुंचे. 


सभा को संबोधित करते हुए एआईवाईएफ के जिला संयोजक अभिनव कुमार अकेला ने कहा कि बेगूसराय में दिनकर विश्वविद्यालय की स्थापना करने का मांग अब आम जन भावना का रूप धारण कर लिया है. वर्तमान सत्ताधारी नेताओं के द्वारा बेगूसराय के साथ छल किया जा रहा है. आने वाले दिनों भी हम इसके लिए संघर्ष जारी रखेंगे. साथ ही स्थानीय कारखानों में स्थानीय युवाओं को रोजगार देने में प्राथमिकता के लिए संघर्ष करेंगे. उन्होंने कहा कि बीते वर्ष बेगूसराय डेंगू महामारी के चपेट में रहा,बावजूद इसके डेंगू से बचाव का कोई उपाय नहीं किया जा रहा है. ऐतिहासिक क्रांति दिवस के अवसर पर आयोजित प्रदर्शन को संबोधित करते हुए नौजवान नेता अभिनव अकेला ने आक्रोश प्रकट करते हुए कहा कि हर वर्ष दो करोड़ बेकार युवाओं को रोजगार देने का वादा करने वाले नरेंद्र मोदी के शासन में बेरोजगारी चरम पर पहुंच गई है. 


यह भी पढ़ें: Darbhanga News: मछुआरे के जाल में फंसा कुछ ऐसा कि उड़ गए सबके होश


उन्होंने कहा कि रोजगार तो नहीं ही मिला उल्टे मोदी सरकार की नीतियों ने रोजगार में लगे लोगों का भी रोजगार छिन गया है. महंगाई चरम पर पहुंच गई है. महिलाओं, दलित, पिछड़े एवं अल्पसंख्यकों के खिलाफ उत्पीड़न काफी बढ़ गया है. इसे काबू करने के बजाए लोगों को पकौड़ा तलने और पान की दुकान खोलने की नसीहत देकर बेकारी से जूझ रहे युवाओं का माखौल उड़ाया जा रहा है. नौजवानों की समस्याओं को दूर करने के बजाय उनके धार्मिक भावना भड़का कर सांप्रदायिकता में उलझाया जा रहा है. मोदी सरकार तत्काल भगत सिंह राष्ट्रीय रोजगार गारंटी एक्ट संसद में पारित कर देश के सभी बेरोजगारों को रोजगार देने की गारंटी करें. साथ ही युवा विरोधी अग्निवीर योजना एवं तीनों अपराध कानून को तत्काल सरकार वापस ले.