Bihar Politics: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने 26 मार्च, 2024 दिन मंगलवार को आरोप लगाया कि बिहार में शिक्षा विभाग सरकारी शिक्षकों को भयभीत कर रहा है और होली के पर्व पर छुट्टी से वंचित करके उनसे बंधुआ मजदूर जैसा व्यवहार किया जा रहा है. बेगुसराय लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी सिंह का यह बयान शिक्षा विभाग के उस आदेश के एक दिन बाद आया है, जिसमें चेतावनी देते हुए कहा गया था कि जो शिक्षक वर्तमान में आयोजित किए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम से अनुपस्थित रहेगा, उसका वेतन काट लिया जाएगा. 


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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सहयोगी पार्टी बीजेपी नेता ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा कि शिक्षक बंधुआ मजदूर नहीं हैं. शिक्षा विभाग बस उन्हें भयभीत कर रहा है और शिक्षकों को आज (मंगलवार) होली के दिन भी प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है. गिरिराज सिंह ने एक वीडियो बयान में कहा कि मैं शिक्षकों और उनके परिवारों के साथ हूं और उनके हितों के लिए लड़ूंगा. अधिकारियों (जो ऐसे आदेश पारित कर रहे हैं) को निश्चित रूप से आज नहीं तो कल परिणाम भुगतना पड़ेगा. 


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इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया के लिए बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार से बार-बार संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन वह उपलब्ध नहीं हो सके. बिहार राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT) ने चेतावनी दी है कि जो शिक्षक प्रशिक्षण के दौरान अनुपस्थित रहेंगे, उनके वेतन में कटौती की जाएगी. सप्ताह भर (25 मार्च से 30 मार्च तक) तक आयोजित किए जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम में बिहार के लगभग 20,000 सरकारी शिक्षक भाग ले रहे हैं. ऐसे में उन्हें होली के अवसर पर अपने घरों से दूर रहना पड़ा. 


बिहार सरकार ने पहले ही 26 मार्च और 27 मार्च को होली और 29 मार्च को गुड फ्राइडे के अवसर पर सार्वजनिक छुट्टी घोषित कर दिया है और इस दौरान राज्य सरकार के सभी कार्यालय बंद रहेंगे.