नई दिल्ली: Modi in G7 Summit: इटली में जी-7 शिखर सम्मेलन होना है. इसमें दुनिया के देशों के कई नेता शामिल होंगे. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने इटली के लिए रवाना हो गए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5वीं बार इस शिखर सम्मेलन का हिस्सा होंगे. यहां पर PM मोदी कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से शिष्टाचार भेंट कर सकते हैं. लेकिन दोनों के बीच द्विपक्षीय बैठक नहीं होगी. इसका कारण भारत और कनाडा के खराब संबंधों को माना जा रहा है.
कनाडा ने भारत पर लगाया था गंभीर आरोप
दरअसल, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो खालिस्तानी आतंकवाद के मुद्दे पर सॉफ्ट रहे हैं, उन्होंने इसमें भारत का सहयोग नहीं किया. कनाडा की सरकार ने यहां तक आरोप लगाया था कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के भारत का हाथ था. हालांकि, इसको लेकर अभी तक कनाडा कोई सबूत पेश नहीं कर पाया है.
कौन था हरदीप सिंह निज्जर?
हरदीप सिंह निज्जर भिंडरावाले टाइगर फोर्स से जुड़ा एक खालिस्तानी आतंकी था. भारत में निज्जर के खिलाफ करीब 10 मामले दर्ज थे. इंटरपोल ने भी उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था. उसकी गैंगवार में हत्या हुई. लेकिन कनाडा की संसद में जस्टिन ट्रूडो ने हत्या के संबंध में भारत पर आरोप लगाए.
भारत ने वापस भेजे थे 41 राजनयिक
बता दें कि बीते साल अक्टूबर, 2023 में भारत सरकार ने कनाडा को उसके राजनयिक वापस बुलाने के लिए कहा था. फिर कनाडा को अपने 41 राजनयिकों को वापस बुलाने पड़े थे. भारत सरकार ने राजनयिकों की संख्या 62 से घटाकर 21 कर दी थी. तब ये भी आरोप लगे थे कि कनाडा अपने राजनयिकों के जरिए भारत की खुफिया जानकारी मंगवाता था. हालांकि, इन आरोपों की पुष्टि नहीं हुई. इस मामले के बाद से ही कनाडा और भारत के संबंध नाजुक हैं. दोनों देश के प्रधानमंत्री भी महज औपचारिकता के तौर पर ही जी-7 में भेंट कर सकते हैं.
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