जमुई: जमुई जिले के बरहट प्रखंड के देवाचक गांव के दो नंबर वार्ड में पिछले दिनों आंधी और बारिश से पेड़ गिर जाने से बिजली की व्यवस्था चरमरा गई थी. जिसको लेकर 10 दिनों के बाद भी बिजली विभाग के ना ही कर्मी और ना ही विभाग के पदाधिकारी इन ग्रामीणों की सुध लेने को पहुंचे. बहरहाल पेड़ गिरने से बीच सड़क पर ही 440 वोल्ट करंट वाली पॉल के साथ तार भी गिरी हुई है और जिससे करंट लगातार प्रवाहित हो रही है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बरहट बिजली विभाग आए दिन मेंटेनेंस कार्य को लेकर बिजली कटौती कर बिजली आपूर्ति की व्यवस्था दुरुस्त करने की बात कहती है. इसके बावजूद भी विभाग की यह दावे घुठने ने के बाल साबित हो रही है. दरअसल, बरहट सेक्शन अंतर्गत बेलाबथान- कर्मन जाने बाली ग्रामीण सड़क पर पिछले 10/12 सप्ताह से बिजली का हाई टेंशन केवल तार सड़क के बीचों-बीच गिरा हुआ है. ग्रामीण इससे बिजली का उपयोग भी कर रहे हैं लेकिन बड़ी बात यह है कि सड़क पर गिरे बिजली के पल और तार में करंट प्रवाहित होने की जानकारी विभाग के लोगों को दी गई. विभाग के लोग इसकी सुध लेना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं बहरहाल गाड़ियां आ जा रही है जिससे बिजली के तार का कभर भी क्षतिग्रस्त हो गया है.


इसके अलावा बता दें कि कभी भी बिजली के संपर्क में आने से अगल-बगल के लोग और मवेशी को भी चपेट में ले सकती है. जिस तरह से विभाग लापरवाह है इससे कहीं ना कहीं बड़ी दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है. वही ग्रामीणों ने बताया कि बिजली विभाग की लचर व्यवस्था को लेकर सारे पोल खोल कर रख दिए. वही ग्रामीणों ने बताया कि बाल गिरने के बाद इसकी जानकारी हम लोगों ने फोन के माध्यम से विभाग के पदाधिकारी को दिया है लेकिन कोई भी बता अधिकारी आज तक देखने नहीं पहुंचे. वहीं पूरे मामले को लेकर बिजली विभाग के एसडीओ लोकनाथ का कहना है कि मुझे आज जानकारी मिली है मेरे द्वारा स्टाफ को भेजा गया है बहुत जल्द मेंटेनेंस कर दिया जाएगा और जो भी परेशानियां है उसे दूर कर लिया जाएगा.


इनपुट- अभिषेक निराल


ये भी पढ़िए- Bihar News: जमीन के विवाद को लेकर दबंगों ने अधेड़ को जिंदा जलाया, इलाज के दौरान मौत