Banka: बिहार में पिछले काफी समय से सरकार ने नल जल योजना चलाई है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के सभी घरों में लोगों को पानी उपलब्ध कराना है. लेकिन उसके बाद भी राज्य में लोगों को पानी की परेशानी झेलनी पड़ रही है. बांका के रजौन प्रखंड में लोगों को पानी नसीब नहीं हो रहा है. यहां पर पिछले तीन सालों से नल जल योजना के तहत लगाया गया जलमीनार खराब पड़ा हुआ है. जिसके कारण यह महज एक शोभा की वस्तु बनकर रह गई है. 


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तीन सालों से अधूरा पड़ा जलमीनार का काम
दरअसल, बांका के रजौन प्रखंड के सुजालकोरामा वार्ड नंबर 6 में पानी की समस्या से लोग बेहद परेशान है. इस वार्ड में सरकार द्वारा लगाई गई जलमीनार महज एक शोभा की वस्तु बनकर रह गया है. लोगों को रोजमर्रा के कामों में काफी परेशानी आ रही है. गर्मी के इस मौसम में लोगों को पीने का पानी नसीब नहीं हो रहा है. जानकारी के मुताबिक इस गांव में संवेदक के द्वारा आधे अधूरे पाइप बिछा के काम को बंद कर दिया गया. जिसके कारण जल मीनार का काम पिछले तीन सालों से अधूरा पड़ा हुआ है. 


ज्यादातर घरों में नहीं है पानी
वहीं, पिछले तीन सालों से पीएचडी विभाग के इंजीनियर से लेकर प्रखंड मुख्यालय तक ग्रामीणों ने कई चक्कर लगाए हैं. जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा महज आश्वासन दिया गया है. फिलहाल ग्रामीणों को नल से जल की उम्मीद नहीं रही है. यहां तक की प्रखंड के वार्ड नंबर 7 में भी कुछ घरों को छोड़कर ज्यादातर घरों में पानी नहीं मिल रहा है. 


लोगों को झेलनी पड़ रही है पानी की समस्या
वहीं, इस मामले को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि पिछले काफी समय से गांव में लगा जल मीनार खराब पड़ा है. संवेदक के द्वारा इसका काम अधूरा छोड़ दिया है. जिसके चलते गांव के लोगों को पानी मिलने की उम्मीद नहीं रही है. साथ ही ग्रामीणों को पानी की समस्या झेलनी पड़ रही है. सरकार द्वारा चलाई गई इस योजना का ग्रामीणों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है.


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