भागलपुर : भागलपुर से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है. जहां पर एक प्राइवेट लॉज में रहने वाली इंटर की छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. घटना बरारी थाना क्षेत्र के झबुआ कोठी का है. बताया जा रहा है कि आज दोपहर करीब एक बजे ज्योति रूम के अंदर गई थी, उसके बाद वह बाहर नहीं आयी. तभी उनके साथ रहने वाली लड़की ने बताया कि दोपहर करीब 1 बजे हम बाजार चले गए थे. जब वापस शाम में लौटे तो गेट लॉक था. जिसके बाद मकान मालिक को सूचना दी गई. 


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मकान मालिक ने दी पुलिस को सूचना 
मकान मालिक ने जब रूम के पास जाकर देखा तो फांसी के फंदे पर ज्योति उर्फ बर्षा फांसी के फंदे पर झूलती नजर आई. आनन-फानन में मकान मालिक ने इसकी सूचना पुलिस को दी, लेकिन घंटों बीत जाने के बाद पुलिस मौके पर नहीं पहुंची. मृतक ज्योति के मामा ने बताया कि कल तक सब कुछ ठीक-ठाक था. बीते ग्यारह दिन पहले मधुलिका लॉज से कमरा बदलकर उसे यहां पर शिफ्ट कराया गया था. 


बांका की रहनेवाली थी मृतक छात्रा 
मृतक ज्योति बांका जिले के बेलहर थाना क्षेत्र की रहने वाली है. वह बीते 1 सालों से भागलपुर में रहकर पढ़ाई करती थी. वह इंटर की छात्रा थी. बताया जाता है कि मयंक नाम के लड़के के साथ उसका अफेयर चल रहा था. बरहाल पुलिस को सूचना देने के एक घंटा बाद भी नहीं पहुंची, जिसको लेकर परिजनों में आक्रोश दिखा, वहीं इधर घटना की जानकारी परिजनों को मिलने पर मामा आनन-फानन में घटनास्थल पर पहुंचे. 


भागलपुर में पहली बार शहीद के परिजनों ने फहराया झंडा, कहा- गर्व है हमें
नवगछिया के मंदरौनी में कारगिल युद्ध में शहीद हुए प्रभाकर सिंह के परिजनों के द्वारा झंडोत्तोलन किया गया. मंथरौनी पंचायत के मुखिया अजीत कुमार मुन्ना के नेतृत्व में कारगिल युद्ध में शहीद हुए प्रभाकर के परिजनों के द्वारा यह झंडोत्तोलन किया गया. सैकड़ों की संख्या में पहुंचे ग्रामीणों के बीच झंडोत्तोलन करने के बाद शहीद के परिजनों ने खुशी जाहिर की. मीडिया से बात करते हुए शहीद के परिजनों ने कहा कि उन्हें काफी खुशी हुई की पहली बार उन्हें यह सम्मान दिया गया है. वहीं मंदरौनी पंचायत के मुखिया अजीत कुमार मुन्ना ने कहा कि कारगिल युद्ध में शहीद हुए प्रभाकर सिंह के परिजनों के द्वारा झंडा इसलिए फहराया गया क्योंकि देश की रक्षा के लिए प्रभाकर ने अपनी जान दे दी और ऐसे देशभक्तों को मैं दिल से सलाम करता हूं. 


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