लखीसरायः बिहार के बाबा धाम में आज बजेगी भोलेनाथ की शादी की शहनाई. नगर परिषद लखीसराय अंतर्गत वार्ड नंबर एक रजौना चौकी स्थित श्री इन्द्रदमनेश्वर महादेव मंदिर अशोकधाम को बिहार का बाबा धाम माना जाता है. अशोकधाम में शिवरात्रि की भव्य तैयारी मंदिर ट्रस्ट और जिला प्रशासन द्वारा की गई है. 


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आकर्षक ढंग से सजाया गया मंदिर
मंदिर को आकर्षक ढंग से सजाया गया है. महाशिवरात्रि के मौके पर लगने वाले मेले में एक लाख से अधिक शिवभक्त के आने की उम्मीद है. जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. अशोकधाम स्थित इन्द्रदमनेश्वर महादेव मंदिर में भगवान शंकर का विशाल पौराणिक शिवलिंग स्थापित है. राज्य सरकार के पर्यटन विभाग ने अशोकधाम मंदिर को पर्यटन रोड मैप में शामिल किया गया है. सात अप्रैल 1977 को रजौना चौकी निवासी अशोक यादव नामक ग्रामीण अन्य दोस्तों के साथ सतघरवा खेल रहे थे. इसी दौरान जमीन के अंदर से काले रंग का विशाल शिवलिंग मिला था. 


पाल वंश के राजा ने की थी शिवलिंग की स्थापना
मान्यता है कि पाल वंश के राजा इंद्र दमन ने इस शिवलिंग की स्थापना की थी. इसलिए इस स्थल का नामांकन श्री इन्द्रदमनेश्वर महादेव मंदिर अशोक धाम के रूप में हुआ. वर्ष 1993 में जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद जी ने मंदिर का शिलान्यास किया. वर्ष 2002 में मंदिर ट्रस्ट का गठन हुआ. इसके बाद भव्य मंदिर का निर्माण कराया गया. वर्तमान में अशोकधाम मंदिर की दिव्यता और भव्यता लोगों को आकर्षित करता है. 


विवाह बंधन में बंधेंगे भगवान शिव और माता पार्वती
प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी महाशिवरात्रि पर मंदिर को भव्य और आकर्षक तरीके से रंगीन बल्बों से सजाया गया है. देवाधिदेव महादेव और माता पार्वती आज विवाह बंधन में बंधेंगे. महाशिवरात्रि पर्व को लेकर अशोकधाम मंदिर सहित सभी शिव मंदिरों और शिवालयों को विशेष रूप से सजाया गया है. अशोकधाम मंदिर में महाशिवरात्रि मेले को लेकर प्रशासनिक स्तर पर व्यापक तैयारी की गई है.
इनपुट- राज किशोर मधुकर


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