Banka: बिहार में इस साल सामान्य से कम बारिश हुई है. जिसके कारण धान की खेती की स्थिति काफी चिंताजनक बनी हुई है. बारिश नहीं होने के कारण कई इलाकों में धान की फसलें बर्बाद हो गई है. इसके अलावा खेतों में लगे धान के बिचड़े सूख गए हैं. हालातों को देखते हुए जिला कृषि पदाधिकारी विष्णु देव रंजन जिले के सभी प्रखंडों में धान की खेती का जायजा लेने पहुंचे हैं. इस बार जिले में महज 21 प्रतिशत धान की रोपनी हुई है. किसानों की हालत इस बार काफी खराब बनी हुई है. 


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डीजल अनुदान से जल्द किसानों को मिलेगा लाभ
दरअसल, राज्य में इस बार मानसून के कारण धान की खेती अच्छी नहीं हुई है. राज्य में अच्छी बारिश नहीं होने के कारण धान की खेती बर्बाद होने को है. यहां तक की ज्यादातर इलाकों को सूखा घोषित करने की भी मांग उठ रही है. इन समस्याओं को लेकर जिला कृषि पदाधिकारी विष्णुदेव रंजन धोरैया कृषि कार्यालय पहुंचे. वहां पर कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार के साथ डीजल अनुदान में किसानों को जल्द से जल्द लाभ देने के लिए प्राप्त आवेदनों को तुरंत निष्पादन का निर्देश दिया है, वहीं, धान रोपनी का आच्छादन से संबंधित भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं. डीएम ने कहा कि डीजल अनुदान के प्राप्त आवेदनों का जल्द से जल्द निष्पादन करें. 


धान की रोपाई 10 से 12 प्रतिशत हुई
इसके अलावा जो किसान धान का रोपाई नहीं कर पाए हैं और जिनकी खाली जमीन है.  ऐसे किसानों को वैकल्पिक फसल के लिए तोरिया ,कुरथी, अरहर, भिंडी, मूली का बीज किसानों को मुहैया कराने का निर्देश दिया. ताकि खाली पड़ी जमीन पर किसान इसकी खेती कर सकें. क्षेत्र भ्रमण के क्रम में उन्होंने घसिया पंचायत के बेलडीहा व धोबिया में धान के खेतों में पहुंचकर धान की रोपाई को देखा .यहां पर पानी के अभाव में खेतों में दरार पड़ गई है. इसके पूर्व डीएम ने बीडीओ अमर कुमार मिश्रा से मिलकर कृषि संबंधी जानकारी ली. धौरैया बीडीओ अमर कुमार द्वारा बताया गया कि बारिश नहीं होने के कारण धान की रोपाई 10 से 12% ही हो पाई है. बीडीओ ने बताया कि नहर में भी पानी नहीं है, ऐसे में किसानों को सरकारी योजनाओं से लाभान्वित हैं .मौके पर प्रभारी बीएओ देवेंद्र कुमार ,प्रखंड तकनीकी प्रबंधक मुकेश कुमार सहित अन्य मौजूद रहे.


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