खगड़िया : सिक्किम में शहीद हुए सेना के जूनियर कमांडिंग आफिसर चंदन कुमार मिश्र का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए अगुवानी गंगा घाट पर लाया गया. जहां पूरे सैन्य और राजकीय सम्मान के साथ शहीद के पार्थिव शरीर को अंतिम विदाई दी गई. सेना के द्वारा पहले गॉर्ड आफ ऑनर दिया गया और उन्हें शस्त्र के साथ आखिरी सलामी दी गई.  


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स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधि ने पुष्प अर्पित कर शहीद को श्रद्धांजली दी, बताते चलें कि शहीद चंदन कुमार मिश्र के आठ वर्षीय पुत्र मयंक ने उन्हें मुखाग्नि दी और शहीद का पार्थिव शरीर आज पंचतत्व में विलीन हो गया. अगुवानी गंगाघाट पर लाने के पहले शहीद के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक निवास नयागांव पंचखुट्टी लाया गया जहां पत्नी और परिवार के लोगों ने उनका अंतिम दर्शन किया. शहीद के अंतिम यात्रा में हजारो की संख्या में लोग शामिल हुए और शहीद चंदन कुमार अमर रहे के नारा से पूरा इलाका गुंजायमान होता रहा. 


23 दिसम्बर को सिक्किम के लाचेन गांव से 15 किलोमीटर दूर जेमा में सड़क हादसा हुआ था. जिसमें सेना के तीन जेसीओ समेत 16 जवान शहीद हो गये थे. जिसमें खगड़िया जिले के परवत्ता प्रखंड के नयागांव पंचखुट्टी गांव का जेसीओ चंदन कुमार मिश्र भी शहीद हो गए थे. 


चंदन कुमार मिश्र के शहीद होने की खबर से पुरा गांव गमगीन हो गया है. इस खबर के फैलने के बाद से ही शहीद चंदन के पिता को सांत्वना देने के लिए लोग पहुंच रहे थे. तबीयत खराब होने के कारण उन्हें चंदन के शहीद होने की जानकारी नहीं दी गई थी.उन्हें तब सिर्फ यह बताया गया था कि सड़क दुर्घटना में वह घायल हो गए हैं. बताया जाता है कि चंदन कुमार की पत्नी एवं बच्चे सिक्किम में हीं रहते थे. शहीद चंदन 2001 में नासिक से आर्मी में भर्ती हुए थे और हाल के दिनों में इनकी पोस्टिंग सिक्किम के भारत-चीन सीमा के समीप थी. शहीद चंदन की शादी 2008 में डोली कुमारी के साथ हुई थी जिनसे उन्हें 11 वर्षीय पुत्री आराध्या एवं 8 वर्षीय पुत्र मयंक है. 


(Report- HITESH KUMAR)