Munger: भारतीय मजदूर संघ के अधिवेशन में शामिल होने मुंगेर पहुंचे राज्य के श्रम संसाधन तथा सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा कि बिहार सरकार युवाओं के अंदर कौशल के विकास के लिए कई प्रकार की योजनाओं पर काम कर रही है. ताकि युवाओं के अंदर स्किल डेवलप कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा सके. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का भी यह सपना है कि देश आत्मनिर्भर बने. इसके लिए युवाओं को आत्मनिर्भर बनने की आवश्यकता है. ऐसा तभी हो सकता है जब युवाओं के अंदर कौशल को विकसित किया जाए.


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उन्होंने कहा कि श्रम संसाधन विभाग टाटा टेक्नोलॉजी (Tata Technologies) के सहयोग से राज्य के 149 आईटीआई कॉलेजों में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (Center of excellence) खोलने जा रही है. इसके पहले चरण में 60 आईटीआई का चयन किया गया है, जिसमें मुंगेर भी शामिल है. इस सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में 23 नए ट्रेनों को शामिल किया जाएगा, जिसमें रोबोटिक्स, 3डी तकनीक आदि शामिल होंगे. बिहार देश का दूसरा ऐसा राज्य होगा जो सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खोलने जा रहा है. अभी केवल कर्नाटक में इस प्रोजेक्ट पर काम हो रहा है. आगामी 1 माह के अंदर टाटा के साथ श्रम संसाधन विभाग का अनुबंध संपन्न कर लिया जाएगा. इसके बाद इसकी प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. उन्होंने कहा कि हम नए टूल्स तथा एपरेटस के माध्यम से युवाओं को नई तकनीक से अवगत कराएंगे ताकि वे कौशलपरक शिक्षा लेकर देश के विकास में सहयोग कर सकेंगे.


हर जिले में खुलेगा मेगा स्किल सेंटर
मंत्री ने बताया कि बिहार के वैसे छात्र जो आईटीआई अथवा पॉलिटेक्निक में नामांकन नहीं करा पाए हों उनके लिए हम राज्य के सभी 38 जिले में मेगा स्किल सेंटर खोलने जा रहे हैं, जिसके तहत पायलट प्रोजेक्ट के रूप में अभी पटना, दरभंगा तथा नालंदा में इसकी शुरुआत की जा रही है. उन्होंने कहा कि आईटी के क्षेत्र में भी बिहार में अद्भुत संभावनाएं हैं. इसमें युवा अवसर की तलाश कर सकते हैं. पटना के पास आईटी टावर बनेगा तथा बिहटा में आईटी केंपस की स्थापना की जाएगी. जबकि राजगीर में पीपीपी मोड में आईसी सिटी बसाने की योजना है.


कोरोना से जान गवाने वाले प्रवासी मजदूरों को भी मिलेगा 1 लाख अनुदान
उन्होंने कहा कि बिहार के वैसे प्रवासी मजदूर जो दूसरे राज्यों में काम करते थे तथा जिनकी कोरोना (Coronavirus) के कारण मौत हो गई है. उनके परिजनों को भी 1 लाख रुपए मुआवजा उपलब्ध कराया जाएगा. इसके लिए मृतक के परिजनों को आरटीपीएस काउंटर के माध्यम से आवेदन करना होगा. आवेदन के 21- 25 दिनों के अंदर जांच के बाद उन्हें भुगतान कर दिया जाएगा.


(इनपुट- प्रशांत कुमार)