Jamui: बिहार के जमुई में एक निजी क्लीनिक में इलाज के दौरान एक नवजात की मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का इल्जाम लगाते हुए क्लीनिक में जमकर हंगामा किया. जिसके बाद इस घटना की सूचना पुलिस को दी गई. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर परिजनों को समझा-बुझाकर हंगामा शांत कराया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

डॉक्टरों पर लगा लापरवाही का इल्जाम
दरअसल, यह मामला जमुई शहर के महिसौड़ी चौक स्थित एक निजी क्लीनिक का है. यहां पर इलाज के दौरान एक नवजात का मामला सामने आया है. नवजात की मौत के बाद परिजनों ने क्लीनिक डॉक्टरों पर लापरवाही का इल्जाम लगाते हुए हंगामा किया. इस मामले को लेकर बताया जा रहा है कि 8 अगस्त को खैरा प्रखंड के सिंगारपुर गांव के निवासी मनोज पासवान की पत्नी ममता कुमारी ने सदर अस्पताल में सुरक्षित प्रसव के तहत नवजात को जन्म दिया था. जन्म के कुछ घंटों के बाद नवजात की तबीयत बिगड़ने लगी. जिसके बाद उसे शहर के महिसौड़ी चौक स्थित डॉ निमिषा रानी के निजी क्लीनिक में भर्ती कराया. 


क्लीनिक में किया जमकर हंगामा
जहां पर चिकित्सकों ने जांच के बाद दो दिनों तक अस्पताल में रहने की सलाह दी. बुधवार की देर रात को अस्पताल के कर्मी ने अचानक से नवजात की तबीयत बिगड़ने की जानकारी दी. साथ ही नवजात को पटना ले जाने को कहा गया. इस बीच नवजात की मौत हो गई. वहीं, इस घटना की जानकारी नवजात के परिजनों को गुरुवार की सुबह दी गई. जिसके बाद परिजनों ने क्लीनिक में जमकर हंगामा किया और इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया. 


इस हंगामें के बाद क्लीनिक के अधिकारियों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी. जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर परिजनों को समझा बुझाकर मामले को शांत कराया.


ये भी पढ़िये: Bihar News: खगड़िया में अपराधी बेखौफ, ट्रक चालक और उपचालक की गोलीमार कर हत्या