जमुई : भीषण गर्मी के बाद थोड़ी बारिश ने बिहार के जमुई के सदर अस्पताल के स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल दी है. व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने व अस्पताल को हाईटेक बनाने को लेकर राज्य से लेकर केंद्रीय टीम के द्वारा निरीक्षण किया गया था. इसके बावजूद अबतक जलजमाव की समस्या को दूर नहीं किया गया है. नतीजतन थोड़ी बारिश से ही सदर अस्पताल परिसर में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई है. 


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बुधवार और गुरुवार को हुई थोड़ी बारिश ने स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती खड़ी कर दी है. बारिश की वजह से सदर अस्पताल परिसर से लेकर एसीएमओ कार्यालय व ब्लड बैंक जाने का रास्ता अवरुद्ध हो गया है. जिससे आने-जाने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. खास कर मरीजों को काफी मुसीबतें उठानी पड़ रही हैं. गंदे पानी के बीच से होकर लोगों को गुजरना पड़ रहा है. 


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इतना ही नहीं एसीएमओ कार्यालय, ब्लड बैंक में जाने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों व पदाधिकारियों को भी गंदे पानी से गुजरना पड़ रहा है. इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग लापरवाह बनी हुई है.  तकरीबन पांच वर्षों से यह स्थिति ज्यों का त्यों बनी हुई है. बताया जाता है कि सदर अस्पताल में पानी का निकास नहीं रहने की वजह से अमूमन यह परेशानी बारिश के दिनों में बनी रहती हैं. इसके बावजूद अबतक इसका कोई निदान नहीं निकाला जा सका है. जिससे सदर अस्पताल परिसर गंदे पानी से डूबा हुआ है और जिम्मेदार भी लापरवाह बने हुए हैं. 


जब स्वच्छता की मंदिर में ही गंदगी और गंदे पानी का जलजमाव हो तो यहां आने वाले मरीज और स्वजन कितने स्वस्थ्य रह पाएंगे यह फोटो ही बयां कर रही है. वहीं अस्पताल उपाधीक्षक डॉ सैयद नौशाद अहमद ने बताया कि जलजमाव, कीचड़ व गंदगी से पैदा होने वाले मच्छर व बैक्टीरिया पानी और खाद्य पदार्थों को दूषित कर, शरीर की बीमारियों का कारण बनते हैं. जलजमाव से मलेरिया, डेंगू, डायरिया, हैजा, चिकनगुनिया सहित अन्य गंभीर बीमारियां जन्म लेती हैं. वहीं सदर अस्पताल परिसर नीचा होने की वजह से जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो रही है. इसे दूर करने के लिए अस्पताल प्रबंधक से बात की गई है. जलजमाव को दूर करने के लिए विभाग प्रयासरत है. जल्द ही इस समस्या का निदान निकाला जाएगा.
(Report- Abhishek Nirla)