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रांची: झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने प्रदेश के विकास के कामों की समीक्षा और वहां के लोगों से संवाद की सोच के साथ सबसे पहले प्रदेश में संथाल परगना से अपने दौरे की शुरुआत की लेकिन राज्यपाल का यह दौरा अब झारखंड की राजनीति में सियासी भूचाल लेकर आया है.
दरअसल राज्यपाल के प्रदेश दौरे को लेकर झामुमो सरकार असहजता की स्थिति में है और इस दौरे पर लगातार सियासी बयानबाजी हो रही है. वहीं राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन अब संथाल परगना के दौरे को खत्म करने के बाद प्रदेश के अन्य हिस्सों के दौरों पर हैं और लगातार यहां लोगों से मिलकर जन संवाद कर रहे हैं.
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आपको बता दें कि राज्यपाल के इस दौरे पर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने हो गई है. कांग्रेस ने राज्यपाल पर नेतागिरी करने का आरोप लगाया है वहीं भाजपा ने कहा है कि अगर कांग्रेस में दम है तो राज्यपाल को रोक के दिखाए. पिछले दिनों राज्यपाल का दौरा संथाल परगना क्षेत्र में राज्यपाल ने दौरा किया था और उसके बाद से ही राजनीति शुरू हो गई है.
राज्यपाल के दौरे को लेकर कांग्रेसी विधायक इरफान अंसारी ने कहा है कि राज्यपाल नेतागिरी कर रहे हैं और भाजपा के एजेंट के रूप में राज्य का दौरा कर रहे हैं. कांग्रेस के इन आरोपों के बाद भाजपा ने भी पलटवार किया है. भाजपा विधायक रणधीर सिंह ने कहा कि राज्यपाल को पूरे राज्य में घूमने का पूरा अधिकार है अगर कांग्रेस में दम है तो उसे रोक के दिखाए.
बता दें कि राज्यपाल इस दौरे के क्रम में प्रदेश के तमाम हिस्सों में जा रहे हैं वहां लोगों से मिल रहे हैं बातें कर रहे हैं. जनसमस्याओं को सुन रहे हैं और सरकार की उपलब्धियों को गिना रहे हैं. केंद्र सरकार की तमाम योजनाओं पर भी वह बात कर रहे हैं. ऐसे में झामुमो भी राज्यपाल के इस दौरे को सियासी दौरा बता रही है जबकि कांग्रेस पहले से ही इसको लेकर निशाना साध रही है. जेएमएम की तरफ से तो इतना तक कहा गया कि जहां गैर भाजपा सरकार है वहां राजभवन काफी सक्रिय नजर आता है.