लखीसराय: सदर अस्पताल लखीसराय परिसर में मिशन -60 डेज के तहत हर्बल गार्डन बनाया गया है. लाखों रुपए की लागत से बनने वाले हर्बल गार्डन में विभिन्न प्रकार के औषधीय गुण वाले पौधे लगाए गए हैं. जिसका मकसद है मरीजों को बुखार, खांसी व जुकाम समेत अन्य छोटी-मोटी बीमारियों का इलाज अपने हर्बल गार्डन में मौजूद औषधीय पौधों से कर सकेगा. 


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इन पौधों की हवाएं भी स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद रहती हैं. इसके रखरखाव व सुंदरीकरण की जिम्मेदारी अस्पताल प्रबंधन की है, लेकिन महज एक साल के अंदर रखरखाव के अभाव में पार्क के अंदर घास उग गई है. पार्क की हालत भी खस्ताहाल हो चली है. 


पार्कों की देख-रेख अस्पताल प्रबंधन के जिम्मे है. लेकिन, रखरखाव कितना होता है ये पार्कों की बदहाल हालत बयां कर रही है. पार्क के चारों ओर लगे अस्थाई सुरक्षा दीवार पर अस्पताल के रोगियों द्वारा कपड़े पसारे जा रहे है. इसके अलावा पार्क के अंदर अभी भी बहुत सारे काम अधूरे पड़े हुए हैं. पार्क के आसपास के लोगों ने वाहन खड़े किए हुए हैं, अंदर घास उगी हुई है. मुख्य द्वार के बाहर ही वाहन खड़े होने से पार्क के अंदर जाने का रास्ता भी बंद हो जाता है. 


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पार्क का रखरखाव करने में अस्पताल प्रबंधन की भी अनदेखी रहती है. जबकि अस्पताल पहुंचने वाले लोग भी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए उन्हें सही रखने में सहयोग नहीं करते हैं. जिस वजह से इनकी स्थिति खराब हो गई है. वहीं अस्पताल प्रबंधक नंद किशोर भारती ने बताया कि पार्क के अंदर उगे घास को जल्दी ही हटाया जाएगा. इसके अलावा रोगियों को कपड़े डालने की वैकल्पिक व्यवस्था का इंतजाम किया जा रहा है.


इनपुट- राज किशोर मधुकर


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