Munger: बिहार के मुंगेर में सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बनाने के लिए अस्पताल के आस पास के भवनों को तोड़ा जा रहा है. जिसके कारण तोड़े गए भवनों में से निकले सरिया के टुकड़ों को बच्चे जमा कर रहे हैं. जिसके बारे में  अस्पताल प्रबंधन को कोई जानकारी नहीं है. ऐसे में वहां, पहुंचे बच्चों की जान को भी खतरा है.


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मलबे से चुन रहे सरिया
दरअसल बोकारो में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का निर्माण किया जाना है. जिसको लेकर सदर अस्पताल के आस पास के भवनों को तोड़ने का काम किया जा रहा है. भवनों के टूटने पर उसमें से निकलने वाले सरिया के टुकड़े जमा करने के लिए वहां पर दर्जनों की संख्या में बच्चे पहुंचे हुए हैं. बच्चे अपनी जान को जोखिम में डालकर भवनों के मलबे से सरिया के टुकड़े चुन कर जमा कर रहे हैं. ताकि वे उन्हें बेच कर पैसा कमा सकें. 


आस-पास के भवनों को किया जा रहा नष्ट
भवनों को तोड़ने के लिए पोकलेन मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है. बच्चे पोकलेन मशीन के चारों तरफ दौड़ दौड़ कर सरिया जमा कर रहे हैं. सरिया चुनने वाले बच्चों की उम्र इसमें लगभग 10 से 18 साल तक की है. ऐसे में किसी भी प्रकार की घटना यदि घटित होती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा. इस संबंध में स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले तीन से चार दिनों से यही हो रहा है. पोकलेन मशीन के द्वारा हर दिन अलग अलग भवनों को नष्ट किया जा रहा है. जबकि आस पास के लोग मलबे से लोहे के सरिया जमा करने में लगे हुए है. इसमें कम उम्र के बच्चों से लेकर युवक शामिल हैं. 


प्रशासन ने मामले को किया अनदेखा
वहीं, अस्पताल प्रबंधन की बात की जाए तो उन्हें इसके बारे में जानकारी होने के बाद भी इस मामले को अनदेखा कर रहे हैं और अभी तक इसको लेकर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है.


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