जात-पात और अश्लील शब्दों वाला भोजपुरी गाना बजाया तो खैर नहीं! हो जाएं सावधान
भोजपुरी के गानों पर लगातार अश्लीललता का आरोप लगता रहा है. बता दें कि भोजपुरी के अश्लील गानों की वजह से कई बार हालात खराब हो जा रहे हैं. इन गानों की वजह से लोगों में टकराहट भी पैदा हो रही है. भोजपुरी में जातीय टिप्पणी वाले गानों के साथ अश्लील गानों की भी धूम रही है.
पटना/छपरा : भोजपुरी के गानों पर लगातार अश्लीललता का आरोप लगता रहा है. बता दें कि भोजपुरी के अश्लील गानों की वजह से कई बार हालात खराब हो जा रहे हैं. इन गानों की वजह से लोगों में टकराहट भी पैदा हो रही है. भोजपुरी में जातीय टिप्पणी वाले गानों के साथ अश्लील गानों की भी धूम रही है. इसकी वजह से समस्या ज्यादा हो रही है. बिहार के भोजपुरी भाषी इलाकों में इन गानों की वजह से समस्या ज्यादा गंभीर हैं. आरा और सिवान में हाल में जातीय टिप्पणी वाले भोजपुरी गाने को लेकर काफी हंगामा हुआ. इसको काबू करने में पुलिस के भी पसीने छुट गए थे. यहां दो जाति विशेष के लोग इन गनों की वजह से आमने-सामने आ गए थे.
बता दें कि भोजपुरी अश्लील गीतों को सबसे ज्यादा बजते आप भोजपुर एवं सिवान जिले में सुन सकते हैं. इसका प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में अब इसको लेकर प्रशासन सतर्क हो गई है और महाशिवरात्र के साथ होली पर ऐसे गाने बजाने वालों के खिलाफ पुलिस एक्शन लेने के मुड में है. अश्लील गीतों का विरोध पहले से ही सभ्य समाज के लोग कर रहे हैं लेकिन प्रशासन की नींद अब खुली है. प्रशासन अब ऐसे गानों को बजाने वाले और इसको सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वालों के खिलाफ एक्शन लेने वाली है.
स्थानीय प्रशासन की मानें तो ऐसे अश्लील गानों की वजह से हिंसात्मक प्रवृत्ति बढ़ी है. होली और महाशिवरात्रि नजदीक है ऐसे में प्रशासन किसी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पूरी तैयारी में है और ऐसे मामलों पर गहन निगरानी की जरूरत प्रशासन की तरफ से होगी. बिहार के पुलिस मुख्यालय की तरफ से सभी जिलों के एसपी को पत्र लिखकर यह लिखा गया है कि इन गानों को बजाने पर पूरी तरह से रोक लगाया जाए. वह गाने जिनमें जातीय टिप्पणी हो या फिर उसके शब्द अश्लील हो उसे बजाने पर पूरी तरफ से प्रतिबंध लगाया जाए.
अब लोग भोजपुरी के इन गानों पर पुलिस के एक्शन को लेकर पूरी तरह से स्वागत कर रहे हैं, लोग मान रहे हैं कि अश्लीललता की वजह से भोजपुरी भाषा का बड़ा नुकसान हो रहा है. ऐसे में प्रशासन का यह कदम सराहना के योग्य है. पहले से ही लोग भोजपुरी के अश्लील गीतों पर रोक लगाने की मांग करते रहे हैं. इसके साथ ही लोगों की यह मांग रही है कि ऐसे गीतों के लेखक, संगीतकार और गायक के साथ ही इसको रिलीज करनेवालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाए. अब जाकर इसको लेकर राज्य सरकार की नींद खुली है.