आखिर क्यों नहीं भोजपुरी फिल्मों में एक्ट्रेस को दी जाती तवज्जो, इस अभिनेत्री ने बताया कारण
भोजपुरी फिल्मों को जिस तेजी से विस्तार हुआ है. इसके अभिनेता और अभिनेत्रियों को भी उतनी ही तेजी से पहचान मिली है. भोजपुरी की अभिनेत्रियां भी सोशल मीडिया पर खूब एक्टिव रहती हैं. भोजपुरी को चाहनेवाले दर्शकों की संख्या 40 करोड़ से ज्यादा है और ये दर्शक दुनिया के लगभग हर कोने में बसते हैं.
पटना : भोजपुरी फिल्मों को जिस तेजी से विस्तार हुआ है. इसके अभिनेता और अभिनेत्रियों को भी उतनी ही तेजी से पहचान मिली है. भोजपुरी की अभिनेत्रियां भी सोशल मीडिया पर खूब एक्टिव रहती हैं. भोजपुरी को चाहनेवाले दर्शकों की संख्या 40 करोड़ से ज्यादा है और ये दर्शक दुनिया के लगभग हर कोने में बसते हैं. ऐसे में भोजपुरी कलाकारों को ग्लोबली पहचान मिली हुई है. ऐसे में भोजपुरी सिनेमा के दर्शकों के बीच एक चर्चा आम है कि यहां अभिनेताओं के मुकाबले अभिनेत्रियों को कम तवज्जो दी जाती है. जबकि भोजपुरी सिनेमा में काम करनेवाली अभिनेत्रियां खूबसूरती, फिटनेस, हॉटनेस, बोल्डनेस, ग्लैमर आदि के मामले में किसी भी अन्य इंडस्ट्री की अभिनेत्रियों से कम नहीं हैं. तो फिर इसकी वजह क्या है. इसका जवाब भोजपुरी की सुपरहॉट बाला और बंगाली गर्ल रिंकू घोष ने एक मीडिया संस्थान को दिए अपने साक्षात्कार में दिया.
रिंकू घाष ने भोजपुरी के अलावा बॉलीवुड, तेलुगु और बंगाली फिल्मों में भी काम किया है. रिंकू को भोजपुरी सिनेमा से खासी पहचान मिली है. उन्होंने भोजपुरी सिनेमा के पर्दे पर एक से बढ़कर एक फिल्में दी हैं और भोजपुरी के हर बड़े अभिनेता के साथ वह काम कर चुकी हैं. उन्हें अपने फिल्मी करियर के खट्टे-मीठे अनुभव शेयर किए. रिंकू घोष बेबाक और बिंदास अंदाज के लिए जानी जाती हैं. वह नेवी परिवार से ताल्लुक रखती हैं और इस वजह से वह अनुशासन में जीती रहीं. वह बचपन में काफी शर्मीली थीं.
रिंकू घोष की मानें तो बचपन से ही उनके अंदर एक्टिंग की ललक थी और वह लोगों की खूब नकल करती थीं. उनका लगाव बचपन से नृत्य के प्रति रहा और उन्हें मां और मौसी से इसकी प्रेरणा मिली. रिंकू घोष ने एक्टिंग की शुरुआत विज्ञापने से की और फिर साउथ की फिल्मों से होते हुए हिंदी सिनेमा के पर्दे तक पहुंचीं. रिंकू कतो हिंदी फिल्म में काम करते भोजपुरी डायरेक्टर ने देखा तो उन्हें भोजपुरी फिल्मों में काम करने का ऑफर दिया लेकिन उन्होंने इस ऑफर को पहले ठुकरा दिया. फिर पिल्म की कहानी सुनने के बाद वह इसमें काम करने को तैयार हो गईं. वह रवि किशन के साथ पहली भोजपुरी फिल्म में नजर आईं और फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा.
उनकी मानें तो भोजपुरी फिल्मों में अभिनेत्रियों को ज्यादा तवज्जो नहीं दी जा रही थी लेकिन अब हालत बदले हैं और ढेर सारा बदलाव आया है. उन्होंने बताया कि भोजपुरी फिल्म में जोड़ियां बन जाती थी और वही जोड़ी लगातार काम करती रहती थी अब इसमें बदलाव आया है.