राम मंदिर पर बोले नीतीश कुमार, कहा- 'कोर्ट को ही सुलझाना चाहिए यह मामला'
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राम मंदिर पर बोले नीतीश कुमार, कहा- 'कोर्ट को ही सुलझाना चाहिए यह मामला'

नीतीश कुमार से राम मंदिर के निर्माण को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कोर्ट को इस मामले में फैसला लेना चाहिए.

नीतीश कुमार ने राम मंदिर निर्माण को लेकर बयान दिया है. (फोटो साभारः ANI)

नई दिल्लीः बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार ने राम मंदिर पर अपना बयान दिया है. हालांकि वह सीट शेयरिंग को लेकर घोषणा करने आए थे. जिसमें उन्होंने घोषणा किया है कि बिहार में बीजेपी और जेडीयू दोनों 17-17 सीटों पर लड़ेगी और एलजेपी 6 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. वहीं, सीट शेयरिंग की घोषणा के बाद नीतीश कुमार से राम मंदिर के निर्माण को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कोर्ट को इस मामले में फैसला लेना चाहिए.

जेडीयू की ओर से राम मंदिर पर अपना स्टैंड पहले से ही साफ कर दिया है कि वह इस पर ज्यादा कुछ भी नहीं बोलना चाहते हैं. और वह हमेशा से कोर्ट के द्वारा ही मंदिर मसले को सुलझाने की वकालत करते रहे हैं. वहीं, रविवार को भी नीतीश कुमार ने कहा कि राम मंदिर मामले को कोर्ट द्वारा ही सुलझाना चाहिए. यह मामला पहले से ही कोर्ट में दायर है इसलिए इस पर किसी को कुछ भी बोलने से कुछ नहीं होगा. कोर्ट जो फैसला करेगी वह सही होगा.

आपको बता दें कि ऐसा माना जा रहा है कि संसद के शीतकालीन सत्र में राम मंदिर को लेकर विधेयक पेश की जा सकती है. हालांकि बीजेपी ने इस बारे में अभी तक कुछ भी नहीं कहा है. वहीं, जेडीयू ने फिर से अपना स्टैंड साफ करते हुए कहा है कि वह राम मंदिर के मसले पर ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहती है. जेडीयू का कहना है कि कोर्ट ही इस मसले को सुलझाए तो अच्छा होगा.

ज्ञात हो कि राम मंदिर के मुद्दे पर हाल के दिनों में घमासान मचा है. सरकार पर लगातार राम मंदिर निर्माण को लेकर कई संगठनों द्वारा विधेयक पेश करने का दवाब भी बनाया जा रहा है. वहीं, विश्व हिंदू परिषद मंदिर निर्माण के लिए हाल ही एक विशाल सभा का आयोजन किया था. जिसमें परिषद ने सरकार से मंदिर निर्माण के लिए विधेयक पेश करने की बात कही थी.

जेडीयू राम मंदिर के मामले में हमेशा से खुद को अलग रखा है. वह इस मामले में हमेशा से बोलने से बचती रही है. साथ ही बार-बार कोर्ट के द्वारा इस मसले को सुलझाने की वकालत करती रही है.

गौरतलब है कि रविवार को जेडीयू, बीजेपी और एलजेपी के द्वारा सीट शेयरिंग का फैसला किया गया. साथ ही सीटों के बंटवारे की संख्या की घोषणा भी की गई. तीनों दलों ने साझा प्रेश कॉफ्रेंन्स करते हुए कहा कि बीजेपी और जेडीयू बिहार में 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, वहीं, एलजेपी 6 सीटों पर अपना कैंडिडेट उतारेगी. हालांकि कौन सीट पर किस दल के नेता उम्मीदवार होंगे इस पर फैसला बाद में लिया जाएगा.