पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रस्तावित मुलाकात से पहले उन्हें पत्र लिखकर समाजवाद के पुरोधा माने जाने वाले डॉ राम मनोहर लोहिया को भारत रत्न देने की मांग की है. गौरतलब है कि दोनों के बीच दो मई को मुलाकात होनी है. अपने पत्र में सीएम नीतीश ने आठ बिंदुओं के सहारे लोहिया के योगदान का जिक्र किया है. इसमें पुर्तगालियों से गोवा को आजाद करने में उनके योगदान का भी उल्लेख है. नीतीश कुमार ने गोवा एयरपोर्ट का नाम राम मनोहर लोहिया के नाम पर रखने की मांग भी की है. पत्र में सीएम ने लिखा है कि 12 अक्टूबर को डॉ लोहिया की जयंती है. उसी दिन डॉ लोहिया को भारत रत्न दिया जाए.


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स्वच्छता का जिक्र करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने लिखा है कि डॉ लोहिया उस समय शौचालय निर्माण की मांग तत्कालीन सरकार से करते रहे. डॉ लोहिया का कहना था कि खुले में शौच देहात की औरतों के लिए न सिर्फ शर्मनाक और लज्जाजनक है, बल्कि उनके स्वास्थ्य पर भी विपरीत प्रभाव डालता है. सीएम ने लिखा है कि डॉ लोहिया पंडित जवाहर लाल नेहरू के विरोधी थे, लेकिन उनका कहना था कि यदि नेहरू सभी गांवों में महिलाओं के लिए शौचालय बनवा दें, तो मैं उनका विरोध करना बंद कर दूंगा.



सीएम नीतीश कुमार ने अपने पत्र में लिखा है कि डॉ लोहिया की दूर दृष्टि थी, उन्होंने धुआं मुक्त चूल्हे की तकनीक प्रत्येक रसोई में पहुंचाने की बात संसद से लेकर सड़क तक उठाई थी. सीएम ने अपने पत्र में आजादी के आंदोलन में लोहिया के योगदान का भी जिक्र किया है.


सीएम नीतीश कुमार ने पत्र में यह भी बताया है कि कैसे एक बेहतर विपक्ष के रूप में लोहिया ने गैर कांग्रेसी दलों को एकजुट किया. लोहिया ने राष्‍ट्रीय और अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर काफी काम किए. सीएम ने इस मसले पर विचार कर मंत्रालय को उचित कदम उठाने के निर्देश देने की बात कही है.