Patna: बिहार में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. इन सबके बीच लोगों की लापरवाही भी सामने आ रही है. पटना में लोग मास्क के साथ कम ही नजर आ रहे हैं. जिला प्रशासन की तरफ से सख्ती और समन्वय की कमी के कारण दिक्कतें और बढ़ सकती है. सार्वजनिक जगहों पर जांच की व्यवस्था की गई है बावजूद कई जगहों पर लोगों की लापरवाही सामने आ रही है.


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पटना जंक्शन पर भी मुसाफिरों की जांच की जा रही लेकिन आलम यह है कि इसके बावजूद लोग कोरोना गाइडलाइंस को लेकर सीरियस नजर नहीं आ रहे हैं. हालांकि, जिला प्रशासन की तरफ से मास्क को लेकर सख्ती भी नहीं की गई है. ऐसे में आशंका जाहिर की जा रही है कि अगर समय रहते कड़ाई नहीं की गई तो सूबे में संक्रमण के मामले में और तेजी आएगी और हालात पिछले साल जैसे भी हो सकते हैं.


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इसी बीच बिहार में 90 दिनों बाद 662 नए पॉजिटिव मरीज मिले हैं. इसमें से 287 मरीज तो सिर्फ पटना से ही मिले हैं. हालांकि, राहत की बात ये है कि सूबे में अब भी रिकवरी रेट 98.52 फीसदी है. कल पूरे राज्य में 68 हजार 346 लोगों की कोरोना जांच हुई.  वहीं, इससे पहले कोरोना संक्रमितों के बढ़ने को लेकर बिहार के स्वास्थ्य प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने लोगों से अपील की थी कि कोरोना को हल्के में ना लें. 


उन्होंने बिहार के लोगों से अपील करते हुए कहा था कि कोरोना से डरे नहीं, इससे अलर्ट, सचेत और जागरूक रहें. कोरोना प्रोटोकॉल को फॉलो करें और कोरोना वैक्सीनेशन (Vaccinations) में हिस्सा लें. हालांकि, बिहार में लॉकडाउन (Lockdown) को लेकर सरकार की तरफ से कोई आदेश नहीं आया है. लेकिन जिस तरह से मामले बढ़ रहे हैं और लोगों की लापरवाही सामने आ रही है, उससे आने वाले समय में खतरा जरूर बढ़ सकता है.


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(इनपुट-रितेश मिश्रा)