Patna: बिहार में Coronavirus संक्रमण की दूसरी लहर में लगातार खराब होते हालात के बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने बिहार में Lockdown की सिफारिश की है. आईएमए के प्रेसिडेंट इलेक्टेड डॉ सहजानंद सिंह ने कहा है कि 'बिहार में अविलंब लॉकडाउन की जरूरत है. सरकार लॉकडाउन नहीं लगा सकती है तो कम से कम कर्फ्यू लगाए. बिहार में कोरोना का ग्राफ जिस तरह बढ़ रहा है, उससे हालात चिंताजनक हैं.'


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कोरोना संक्रमण पर लापरवाही बरतना अब लोगों को भारी पड़ रहा है. अस्पतालों में बेड फुल हो चुके हैं, मरीजों को ऑक्सीजन की किल्लत हो रही है. ऐसे में आईएमए ने सरकार से लॉकडाउन लगाने की सिफारिश की है.


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MA के प्रेसिडेंट इलेक्टेड डॉ सहजानंद सिंह ने कहा है कि 'सरकार अविलंब लॉकडाउन पर विचार करें. अगर लॉकडाउन नहीं लगाया जा सकता है तो कर्फ्यू  (Curfew) लगाया जाए. लोग अभी भी समूह में देखे जा रहे हैं, सरकारी प्राइवेट अस्पतालों में बेड फुल हो चुके हैं. यहां तक की ऑक्सीजन की भी किल्लत हो रही है. एंटी कोरोना मेडिसिन भी मार्केट में उपलब्ध नहीं हैं. जिस रफ्तार से संक्रमण बढ़ रहा वो चिंताजनक है.'


डॉ सहजानंद सिंह ने मरीजों से अपील की है कि वो अपने घरों में ही अपना इलाज कराए तो बेहतर होगा. उन्होंने कहा कि अस्पताल में जगह की तालाश में मरीजों की परेशानी और बढ़ रही है. इस बार कोरोना के लक्षण भी बदल चुके हैं. सिर दर्द, उल्टी, पेट खराब इसके आम लक्षण में नजर आ रहें है. 


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सहजानंद सिंह ने लोगों से अपील है कि वो ठंड़ा खाने से परहेज करें. गर्म खाना इसमें फायदेमंद होता है. सही इलाज हुआ तो मरीज तीन दिनों में खुद ठीक भी हो सकता है.