Patna: बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बाद मुजफ्फरपुर के पारू विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक अशोक कुमार सिंह ने भी बिहार के कैबिनेट मंत्री रामसूरत राय को शराब तस्करी मामले में उनकी कथित संलिप्तता के लिए दोषी ठहराया. सिंह ने कहा, 'राय ने मुझे और वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव को स्कूल में साइकिल रेस इवेंट के लिए आमंत्रित किया था, जहां 8 नवंबर, 2020 को शराब मिली थी. मुझे पूरा यकीन है कि स्कूल केवल उन्हीं का है'.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

Ashok Kumar Singh का कहना है कि, 'उस घटना के अलावा, उन्होंने मुझे उस स्कूल में अपने पिता की प्रतिमा के अनावरण के मौके पर भी आमंत्रित किया था. हमारे मुख्यमंत्री किसी भी गलत काम को बर्दाश्त नहीं करेंगे. अगर मंत्री पर आरोप सही साबित हुए तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.'


ये भी पढ़ें- Bihar: विधानसभा अध्यक्ष पर भड़के डिप्टी CM तारकिशोर प्रसाद, कहा-नेता प्रतिपक्ष को दिया जा रहा संरक्षण


हालांकि, कुछ दिन पहले, राय ने इस मामले में अपनी भागीदारी से इनकार किया था. मंत्री ने विपक्ष द्वारा लगाए गए आरापों को गलत बताते हुए अपने बयान में कहा था कि 'मेरे ऊपर लगे आरोप सरासर गलत और झूठें है. जमीन मेरे भाई के नाम पर है मेरी इसमे कोई संलिप्तता नही है. 2006 में मेरे पिताजी ने घर का बंटवारा कर दिया था, मेरे पास कोर्ट की कॉपी, मौखिक और रजिस्टर्ड बंटवारा भी है.' रामसूरत राय का कहना है कि 'मेरे चार भाइयों का संयुक्त परिवार है. बंटवारे के बाद मेरे भाई ने जमीन खरीदी और मैंने अलग घर बना लिया.'


ये भी पढ़ें- तेजस्वी माफी मांगे, मैं चांदी का चम्मच लेकर पैदा नहीं हुआ 5 बार MLA चुनकर आया हूं: प्रमोद कुमार


(इनपुट- आईएएनएस)