बिहार में चक्रवाती तूफान में मरने वालों की संख्या बढ़कर 54 हुई
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बिहार में चक्रवाती तूफान में मरने वालों की संख्या बढ़कर 54 हुई

बिहार के उत्तर एवं उत्तर पूर्वी 12 जिलों में 21 और 22 अप्रैल की रात्रि में आए चक्रवाती तूफान (काल बैसाखी) एवं ओलावृष्टि की चपेट में आकर छह अन्य लोगों की मौत के साथ ही इस आपदा में मरने वाले लोगों की कुल संख्या बढकर अब 54 हो गई है। सरकार ने प्रभावित इलाकों में बेघर हो गए पीडितों परिवारों को खाद्यान्न, कपडे और बतर्न शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

तस्वीर के लिए साभार- ANI

पटना: बिहार के उत्तर एवं उत्तर पूर्वी 12 जिलों में 21 और 22 अप्रैल की रात्रि में आए चक्रवाती तूफान (काल बैसाखी) एवं ओलावृष्टि की चपेट में आकर 12 अन्य लोगों की मौत के साथ इस आपदा में मरने वाले लोगों की कुल संख्या बढकर 54 हो गयी है।

 

आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक गत 21 और 22 अप्रैल की रात में आए चक्रवाती तूफान और ओलावृष्टि की चपेट में आकर आज और 12 लोगों की मौत हो गयी। प्राकृतिक आपदा से प्रभावित जिलों में मरने वालों की संख्या अब 54 हो गयी है। इस आपदा में पूर्णिया जिले में सबसे अधिक 37, मधेपुरा में सात, मधुबनी में तीन, दरभंगा, कटिहार एवं सीतामढी में दो-दो तथा सुपौल में एक व्यक्ति की मौत हुई है। मधेपुरा जिला में चार मवेशी भी मार गए हैं।

 

मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक नीतीश कुमार कल सुबह 9.50 बजे हवाई रास्ते पटना से पूर्णिया जिला के लिए रवाना होंगे तथा कल वहां केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ हेलिकाप्टर के जरिए पूर्णिया एवं मधेपुरा जिला का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। उसके बाद वहां के अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा करेंगे।

भाजपा के प्रदेश कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, केन्द्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह, केन्द्रीय संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी कल विशेष विमान से सुबह 11 बजे पूर्णिया हवाई अड्डा पहुंचेंगे तथा वायुसेना के हेलीकाप्टर से मधेपुरा, पूर्णिया हवाई अड्डा पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि वे वायुसेना के हेलीकाप्टर से मधेपुरा और पूर्णिया जिला का हवाई सर्वेक्षण करेंगे और अपराहन तीन बजे पूर्णिया में संवाददाताओं से बात करेंगे। वे 3.30 बजे दिल्ली के लिये प्रस्थान कर जायेंगे।

नीतीश कुमार ने आज सुबह आपदा प्रभावित भागलपुर और पड़ोसी जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया तथा उसके बाद में भागलपुर में आला अधिकारियों के साथ बैठककर स्थिति की समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए।भागलपुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए नीतीश ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने उनसे फोन पर बात की है और उन्होंने पूरी स्थिति की जानकारी ली।

उन्होंने बताया कि कल केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह जी से फोन पर हमारी दो बार बातचीत हुई थी। केंद्रीय गृह मंत्री से कल पूर्णिया जिला के हवाई सर्वेक्षण के लिए जाने के पूर्व और वहां से पटना लौटने पर भी बात हुई थी। नीतीश ने कहा कि आज सुबह और वित्तमंत्री अरूण जेटली जी से फोन पर बातचीत हुई है। सभी ने सहायता का आश्वासन दिया है। लोग सहायता दे भी हैं और आगे भी जो सहायता देनी है उसके लिए भी सभी सूची तैयार की जा रही है।

बिहार के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने इस तूफान में मरने वालों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की है। राजभवन से आज जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने राज्य सरकार को इस आपदा में मरने वालों के परिजनों को चार-चार लाख रूपये अनुग्रह अनुदान देने का निर्देश देते हुए घायलों के इलाज की समुचित व्यवस्था करने तथा फसल और मकान क्षति का आंकलन कर प्रभावित परिवारों के बीच शीध्र मुआवजा और राहत समग्रियों का वितरण, पुनर्वास की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा है। उन्होंने प्रभावित इलाकों में यथा शीध्र यातायात सुविधा, विद्युत एवं संचार व्यवस्था बहाल करने के लिए त्वरित कार्रवाई किए जाने का भी निर्देश दिया है।

आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधानसचिव व्यासजी ने बताया कि प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे प्रभावित परिवारों को एक क्वींटल खाद्यान्न, वस्त्र खरीदने के लिए 1,800 रूपये, बर्तन खरीदने के लिए दो हजार रूपये दें, तथा बेघर हुए लोगों को 2,000 रूपये नकद राशि भी उपलब्ध कराने को कहा गया है।

उन्होंने कहा कि प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है वे तूफान से सबसे अधिक प्रभावित हुए गांवों को प्राथमिकता दें। उत्तर एवं उत्तर पूर्वी बिहार के कई जिलों यथा पूर्णिया, मधेपुरा, सुपौल, कटिहार, दरभंगा, मधुबनी, सीतामढी, सहरसा, किशनगंज, मुंगेर, भागलपुर और बांका में गत 21 एवं 22 अप्रैल की रात्रि में आए भीषण चक्रवाती तूफान एवं ओलावृष्टि में हुए जान-माल और फसलों की क्षति के आकलन का निर्देश संबंधित जिलाधिकारियों को कल ही दे दिया गया था।