Patna: भारतमाला-दो परियोजना के तहत बिहार सरकार ने केंद्र सरकार को रक्सौल से कोलकाता तक एक्सप्रेस-वे कनेक्टिविटी का प्रस्ताव भेजा था, जिसे सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय से स्वीकृति मिल गई है. जिसके बाद रक्सौल से पटना होते हुए कोलकाता तक एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जाएगा. 


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फिलहाल कोलकाता के हल्दिया पोर्ट से नेपाल के सभी आयातित सामान पहुंचाये जाते हैं. हालांकि तेज गति का मार्ग नहीं होने से इसमें समय ज्यादा लगता है. इसी तरह से पहले बिहार बॉर्डर के करीब उत्तर प्रदेश के हैदरिया से लखनऊ पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और लखनऊ-आगरा-दिल्ली एक्सप्रेस-वे होते हुए राजमार्ग बन गया है. 


इस एक्सप्रेस वे के निर्माण के लिए तीन पैकेज का खाका तैयार किया गया है. जिसमे नेपाल बॉर्डर रक्सौल से मोतिहारी, पिपराकोठी, मशरख होते हुए दिघवारा तक 135 किलोमीटर लंबे हाइवे का निर्माण किया जाएगा, जिसमे गंडक नदी पर एक छह लेन पुल भी बनाया जाएगा. 


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वहीं, दिघवारा से वैशाली के सराय होते हुए पटना के रामनगर तक पटना रिंग रोड परियोजना में पहले से फोर लेन निर्माण की योजना पर भी काम चल रही है. इस फोर लेन निर्माण में भी गंडक नदी पर छह लेन सेतु का निर्माण किया जाएगा,  जिसमे 34 किलोमीटर हाइवे वैशाली और सारण जिले में बनना है.