Patna: बिहार सरकार का सड़कों पर विशेष जोर है. इसी के तहत नए वित्तीय वर्ष 2022-23 में मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के तहत छह हजार किलोमीटर लंबी ग्रामीण पथों का निर्माण कराया जाएगा. ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा तैयार इन सड़कों के किनारे पौधे भी लगाए जाएंगे.


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ग्रामीण विकास मंत्री जयंत राज ने बताया कि इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में 2,500 हजार किलोमीटर लंबी सड़क भी बनाई जाएगी. इसके साथ ही 9000 किलोमीटर लंबे गामीण पथों की मरम्मति और अनुरंक्षण कराने का लक्ष्य तय किया गया है.


ग्रामीण विकास मंत्री जयंत राज ने बुधवार को विधान परिषद में बताया कि मंत्री ने बताया कि सड़क किनारे पौधरोपण कराया जाएगा. इसके साथ ही इन सड़कों पर अनिवार्य सड़क सुरक्षा मानकों का प्रावधान किया जाएगा.


12,555 किलोमीटर लंबी 1660 सड़कों का सर्वे भी कर लिया गया है. ग्रामीण पथों का थ्रीडी इमेजिंग कैमरा के जरिए निरीक्षण कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि सड़कों की गुणवत्ता बेहतर रखने के लिए इंजीनियर और संवेदकों को प्रशिक्षित करने की भी योजना बनाई गई है.


इधर, पथ निर्माण विभाग ने राज्य के 28 जिलों की सड़कें बाढ़ व भूकंपरोधी बनाने की योजना बनाई है. पथ निर्माण विभाग ने जीआईएस मैपिंग के आधार पर इन 28 जिलों की क्रिटिकल प्रोफाइल बनाई है. विभाग ने सड़क सुरक्षा ऑडिट के लिए इन 28 जिलों को दो ग्रुपों में बांटा है.


ग्रुप ए में अररिया, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा और किशनगंज समेत 10 जिलों को शामिल किया गया है, जबकि ग्रुप बी में भागलपुर, बांका, कटिहार, खगड़िया, पूर्णिया समेत 18 जिलों को लिया गया है.


(इनपुट:आईएएनएस)


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