बिहार में ठनका ढा रहा कहर, बांका में अलग-अलग जगहों पर दो लोगों की मौत
बिहार और झारखंड में मानसून के पहले हो रही बरसात से लोग खुश तो हैं लेकिन इसके साथ ही ठनका यानी वज्रपात का कहर भी साथ ही जारी है. झारखंड में इसकी वजह से सैकड़ों लोगों की मौत की खबर आई है.
बांका : बिहार और झारखंड में मानसून के पहले हो रही बरसात से लोग खुश तो हैं लेकिन इसके साथ ही ठनका यानी वज्रपात का कहर भी साथ ही जारी है. झारखंड में इसकी वजह से सैकड़ों लोगों की मौत की खबर आई है. वहीं बिहार से भी ये आंकड़े डराने वाले हैं.
आपको बता दें कि बिहार की बड़ी आबादी खेती किसानी पर निर्भर है. ऐसे में वहां इस प्राकृतिक आपदा से मरनेवालों की संख्या बड़ी होती है. इसी को लेकर आज बांका जिले से दिल दहलानेवाली खबर आई, बांका में हुई बरसात में अमरपुर थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में ठनका गिरने से पति पत्नी समेत चार लोग जख्मी हो गए. जिसमें दो लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई.
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प्राप्त जानकारी के अनुसार, गालिमपुर गांव में शनिवार की देर रात ठनका गिरने से गांव के मुनिलाल मंडल (70) गंभीर रूप से जख्मी हो गए. परिजनों ने बताया कि वह देर रात लघुशंका के लिए घर से निकले कि अचानक ठनका गिरा जिससे उनके घर का छत टूट गया तथा वृद्ध व्यक्ति के शरीर पर गिर गया. उन्हें इलाज के लिए भागलपुर ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उनकी आज शाम को मौत हो गई.
दूसरी घटना कोल बुजुर्ग पंचायत के पूरणचक गांव में हुई जिसमें ठनका गिरने से पति-पत्नी गंभीर रूप से जख्मी हो गए. परिजनों ने बताया कि गांव के दयानंद बेलदार के पुत्र बबलू मंडल (38) एवं उनकी पत्नी रिंकू देवी वज्रपात से जख्मी हो गए. उन्होंने बताया कि मृतक बबलू मंडल घर के बाहर पानी लाने गए थे लौटने के क्रम में ठनका गिरा जिसमें वह एवं उनकी पत्नी जख्मी हो गए. परिजनों ने उन्हें इलाज के लिए रेफरल अस्पताल लाया जहां डॉ विद्यासागर ने बबलू मंडल को मृत घोषित कर दिया जबकि उनकी पत्नी का इलाज किया जा रहा है.
तीसरी घटना नयाचक गांव में हुई जहां निरंजन पासवान की पत्नी पिंकी देवी ठनका गिरने से जख्मी हो गईं. परिजनों ने बताया कि महिला अपने घर में बैठी हुई थी कि अचानक ठनका गिरा जिसका झटका उन्हें लगा. उन्हें भी इलाज के लिए रेफरल अस्पताल लाया गया जहां उनका इलाज जारी है.