Kaimur: कैमूर जिले के दुर्गावती में डायरिया का कहर जारी है. डायरिया से लगभग 30 लोग संक्रमित पाए गए हैं. वहीं, दो लोगों की मौत हो गई है. उल्टी दस्त के कारण लोगों के बीमार होने की संख्या लगातार बढ़ रही है. स्वास्थ्य विभाग की टीम भी कैम्प लगाकर लोगों का इलाज कर रही है. 


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दो लोगों की मौत, 30 संक्रमित
कैमूर जिले के दुर्गावती के सरियांव गांव का मामला है. यहां, पर डायरिया का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. डायरिया के कारण इस गांव में लगभग 30 से ज्यादा लोग संक्रमित पाए गए हैं. पीएचसी से स्वास्थ्य विभाग की टीम एम्बुलेंस से चिकित्सकों के साथ दवा लेकर गांव पहुंच कर कैम्प कर रही है. तीन शिफ्टों में चिकितिसकों की टीम निगरानी कर रही है. गांव के लोग डायरिया के कारण बेहद परेशान हैं. पीएचसी तथा अनुमंडलीय अस्पताल मोहनिया में इलाज किया जा रहा है. दो दिन पहले भी डायरिया के कारण 2 लोगों की मौत हो चुकी है. 


गंदा पानी पीने से हुआ डायरिया 
डायरिया के कारण गांव के लोगों का कहना है कि बिहार सरकार की नल जल योजना के तहत जो पानी सप्लाई किया जा रहा है उसके पाइप गलियों में लगाए गए हैं. जिसके कारण जगह-जगह से पाइप फट गए हैं. पाइप फटने के कारण से गंदा पानी सप्लाई पाइप में प्रवेश कर रहा है. जिसकों पीने के बाद गांव के लोग डायरिया से ग्रसित हो गए है. डायरिया से ग्रसित लोगों का इलाज पीएचसी में किया जा रहा है. वहीं डायरिया के कारण जिन लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है तथा पीएचसी पर बेड के अभाव में कुछ लोगों को एम्बुलेंस के द्वारा अनुमंडलीय अस्पताल मोहनिया ले जाया गया है. फिलहाल कुछ लोग अनुमंडलीय अस्पताल से स्वस्थ्य होकर घर वापस लौट चुके हैं. 


स्वास्थ्य विभाग की टीम कर रही कैम्प
वही इस संबंध में सिविल सर्जन मीना कुमारी ने जानकारी देते हुए बताया कि पीएचसी के द्वारा सूचना मिली की सरियाव गांव में दूषित पानी के चलते लोगों को डायरिया हो गया है. पीएचसी की टीम पिछले कई दिनों से लोगों के इलाज में लगी हुई है. सरियाव गांव में पीएचसी की टीम पहुंची हुई है. यहां पर 8 पेसेंट को ग्लूकोज चढ़ाया गया है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से तीन टीम तैयार की गई हैं जो कि 24 घंटों से कैंप कर रही हैं. 


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