कटिहार: बीजेपी के फायरब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने धर्म परिवर्तन को लेकर कानून बनाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना में मुसलमानों को भी लाना चाहिए. मुस्लिम समाज के लोग फायदा उठाते हैं इसलिए उन्हें भी जात की श्रेणी में शामिल करना चाहिए.


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'अल्पसंख्यक की सुविधाएं मुसलमानों की हो खत्म'
गिरिराज सिंह ने कहा कि अल्पसंख्यक की सुविधाएं मुसलमानों की खत्म करनी चाहिए क्योंकि अब वे अल्पसंख्यक नहीं हैं. उनके नेता मौलाना महमूद मदनी ने स्वीकार किया है कि अब वह अल्पसंख्यक नहीं रहे.


'मुसलमानों के अल्पसंख्यक होने पर किया जाए विचार'
बीजेपी नेता ने कहा कि मुसलमानों के अल्पसंख्यक श्रेणी को लेकर पुनर्विचार करना चाहिए. उन्होंने मांग किया कि जातिगत जनगणना में रोहिंग्या, रिफ्यूजी, बांग्लादेशी और 1990-91 में जिन्हें बाहर कर दिया गया था उनकी गिनती नहीं होनी चाहिए. 


'ज्ञानवापी औरंगजेब की क्रूरता की निशानी'
वहीं, वाराणसी में ज्ञानवापी मामले को लेकर गिरिराज सिंह ने कहा कि ज्ञानवापी औरंगजेब की क्रूरता की निशानी है. आजादी के बाद के मुगलों और विदेशी आक्रांताओं के सभी निशानी को नष्ट कर देना चाहिए था लेकिन कांग्रेस ने तुष्टीकरण की नीति की वजह से ऐसा नहीं किया. उन्होंने कहा कि देश का बंटवारा ही धर्म के आधार पर हुआ था.


बता दें कि कटिहार में बिहार बीजेपी चुनाव समिति की दो दिवसीय बैठक चल रही है. बैठक की आज आखिर दिन है. इसमें बिहार के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रशाद, रेणु देवी, गिरिराज सिंह, मंगल पांडेय, अश्विनी चौबे, संजय जायसवाल आदि तमाम नेता मौजूद रहे.


(इनपुट-रजनीश)