Patna: बिहार महिला एवं बाल विकास निगम की अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक हरजोत कौर ने मंगलवार को कहा कि आज की नारी शिक्षित है, लेकिन सजग और जागरूक रहने की भी जरूरत है. सरकारी सेवाओं में महिलाओं की भागीदारी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. ऐसे में जरुरी है कि उन्हें कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न और घरेलू हिंसा जैसे कानूनों के बारे में अवगत कराया जाए, जिससे वे इसके निराकरण के लिए तैयार रह सकें.


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उन्होंने बताया कि इसी को ध्यान में रख कर महिला एवं बाल विकास निगम, बिहार सरकार के द्वारा अपर पुलिस महानिदेशक, कमजोर वर्ग, अपराध अनुसन्धान विभाग के साथ यूएनएफपीए के तकनीकी सहयोग से बिहार के विभिन्न जिलों से आई महिला पुलिसकर्मियों एवं महिला थाना की थाना प्रभारियों को कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न और घरेलू हिंसा विषय पर प्रशिक्षित किया गया.


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महिला एवं बाल विकास निगम की अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक के कहा कि आज के इस प्रशिक्षण का उद्देश्य, महिला पुलिसकर्मियों को कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न एवं घरेलू हिंसा एक्ट के बारे में जागरूक करना है.


कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि सभी विभागों को जहां 10 या उससे ज्यादा महिलाएं कार्यरत हैं, वहां आंतरिक शिकायत समिति का गठन करना जरुरी है. इस कानून के तहत सरकारी के साथ ही प्राइवेट सेक्टर भी आते हैं.


उन्होंने कहा कि आज की महिलाएं शिक्षित हैं, जागरूक को अपने अधिकारों के प्रति सजग रहने की जरुरत है.


अपर पुलिस महानिदेशक (कमजोर वर्ग, अपराध अनुसन्धान विभाग) अनिल किशोर यादव ने कहा कि बिहार में पुलिस सेवा में काफी महिला पुलिसकर्मियां आ रही हैं, जिसका सकारात्मक प्रभाव समाज पर पड़ रहा है. इस प्रकार के प्रशिक्षण से महिला पुलिसकर्मियों को अपने कार्यों को सही ढंग से करने में निष्पादित करने में सुविधा होगी .


मनोवैज्ञानिक डॉ समिधा पाण्डेय ने महिलाओं को विवाह, परिवार, कार्यस्थल में विभिन्न तरीकों से प्रताड़ित करने की कुत्सित मानसिकता पर प्रकश डालते हुए महिला आरक्षियों को मनोवैज्ञानिक प्रवृतियों से अवगत कराया . इस कार्यशाला में बिहार के विभिन्न जिलों से लगभग 90 महिला पुलिसकर्मी एवं पदाधिकारियों ने भाग लिया.


(इनपुट: आईएएनएस)