स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने केंद्र के स्वास्थ्य शिविर का किया बहिष्कार, लगाए गंभीर आरोप
खूंटी झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा राज्य के खूंटी जिले में आयोजित एक दिवसीय स्वास्थ्य शिविर का रविवार को बहिष्कार किया क्योंकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कार्यक्रम में शरीक होने का न्योता नहीं दिया गया था.
Khunti: खूंटी झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा राज्य के खूंटी जिले में आयोजित एक दिवसीय स्वास्थ्य शिविर का रविवार को बहिष्कार किया क्योंकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कार्यक्रम में शरीक होने का न्योता नहीं दिया गया था. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, उपायुक्त से न्योता मिलने के बाद खूंटी शहर के बिरसा कॉलेज मैदान में आयोजन स्थल पर गये थे. लेकिन मंच पर नहीं गये और यह देखकर कार्यक्रम में शामिल हुए बिना लौट गये कि CM हेमंत सोरेन का नाम आमंत्रित नेताओं की सूची में नहीं था.
केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे. राज्यपाल रमेश बैस भी कार्यक्रम में शरीक हुए. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि, 'आयोजकों ने मंच पर मेरा पोस्टर लगाया था लेकिन मैं यह देखकर आहत हुआ कि ना तो हमारे मुख्यमंत्री को न्योता दिया गया था और ना ही उनका पोस्टर लगाया गया था. ' उन्होंने कहा, 'हमारी एक निर्वाचित सरकार है और हेमंत सोरेन हमारे नेता हैं. मैं उनका अपमान सहन नहीं कर सकता. मुख्यमंत्री का नाम हटाना, राज्य का अपमान करने जैसा है.'
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने आरोप लगाया कि केंद्र इस तरह के आयोजनों से राजनीतिक लाभ हासिल करने की कोशिश कर रहा है. खूंटी के उपायुक्त शशि रंजन ने कहा कि जिला प्रशासन सिर्फ कानून व्यवस्था के लिए जिम्मेदार है क्योंकि पूरे जिले से आदिवासी समुदाय के करीब 50,000 लोग शिविर में हिस्सा लेने वाले थे. उन्होंने कहा, 'कार्यक्रम के लिए न्योता केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय ने भेजा था ना कि जिला प्रशासन ने भेजा था. '
(इनपुट: भाषा)