मजाक बनी शिक्षा! बिना सूचना विद्यालय से गायब रहने वाले शिक्षक बना रहे हैं फर्जी उपस्थिति
राजकीय प्राथमिक विद्यालय कोल्हायपट्टी और प्राथमिक विद्यालय भेलाही पासवान टोला में काम करने वाले शिक्षक अक्सर विद्यालय नहीं आते हैं लेकिन उनकी उपस्थिति पूरी दर्ज रहती है.
Madhepura: मधेपुरा में सरकारी स्कूलों के शिक्षक की गजब मनमानी चल रही है. यहां शिक्षक स्कूल आए बिना ही फर्जी तरीके से अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. बच्चे या अभिभावक आवाज न उठाए इसलिए उनकी भी उपस्थिति बना दी जाती है. मामला मधेपुरा अनुमंडल के मुरलीगंज प्रखंड का है.
जानकारी के अनुसार, यहां राजकीय प्राथमिक विद्यालय कोल्हायपट्टी और प्राथमिक विद्यालय भेलाही पासवान टोला में काम करने वाले शिक्षक अक्सर विद्यालय नहीं आते हैं लेकिन उनकी उपस्थिति पूरी दर्ज रहती है. यही नहीं, शिक्षक विद्यालय नहीं आने वाले विद्यार्थियों को भी उपस्थित दिखा देते हैं.
ये भी पढ़ें- मधेपुरा में आगामी पंचायत चुनाव की तैयारियां पूरी, अलर्ट मोड में प्रशासन
हेडमास्टर ने किया कुछ भी बोलने से इनकार
दरअसल, राजकीय प्राथमिक विद्यालय कोल्हायपट्टी में कार्यरत 6 शिक्षकों में से 3 उपस्थित थे. जबकि कुल नामांकित 119 छात्रों में से 30 छात्र उपस्थित थे. ग्रामीणों ने बताया कि मनुस्मृति और अनिता कुमारी शिक्षिकाएं है जो पिछले एक पखवाड़े में एक दिन ही आती हैं और सभी दिन की उपस्थिति बना कर चली जाती हैं. यहां मौके पर मौजूद हेडमास्टर सदानंद यादव से जब इस मामले में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.
'मिला हुआ है नेताओं का संरक्षण'
प्राथमिक विद्यालय भेलाही पासवान टोला की बात करें तो यहां नामांकित 123 बच्चों में से केवल कुछ ही बच्चे स्कूल आते हैं. विद्यालय में कार्यरत 4 शिक्षकों में से भी मात्र 2 ही उपस्थित रहती हैं. इस विद्यालय से तो हेडमास्टर भी अक्सर गायब रहते हैं. ग्रामीणों ने बताया कि इन शिक्षकों को नेताओं का संरक्षण मिला हुआ है, जिसके कारण इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है.
ये भी पढ़ें- मधेपुरा में तालाब में डूबने से 5 बच्चों की मौत, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
'शिक्षकों से मांगा जाएगा जवाब'
वहीं, इस मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी वीरेन्द्र नारायण ने बताया कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी. स्कूल से गायब रहने वाले सभी शिक्षकों को शोकॉज नोटिस जारी किया जाएगा और उनसे जवाब मांगा जाएगा, जिसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.
'नहीं बर्दाश्त की जाएगी लापरवाही'
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि किसी भी हाल में ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. हर हाल में शिक्षकों को स्कूल में ड्यूटी देनी हीं होगी. अगर ऐसा नहीं करेंगे तो उनपर उचित कार्रवाई होगी.