मधेपुराः पति-पत्नी की हत्या के मामले में पुलिस का खुलासा, 2 गिरफ्तार, भाई निकला कातिल
हत्या 23 अप्रैल की रात अज्ञात लोगों ने गला घोटकर कर दी थी. हत्या के करीब दो माह बाद मधेपुरा पुलिस ने मामले पर बड़ा खुलासा किया है. एसडीपीओ अजय नारायण यादव ने बताया कि इस हत्याकांड में मृतक का भाई, उसकी भाभी, भाई का साढू और साढू का लड़का सहित अन्य सगे संबंधी शामिल हैं.
मधेपुराः मधेपुरा सदर अनुमंडल के गम्हरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत गम्हरिया वार्ड-1 में दो माह पूर्व हुए सात माह की गर्भवती पत्नी और उसके पति की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस के अनुसार हत्या का कारण पारिवारिक जमीन विवाद बताया जा रहा है.
24 अप्रैल की सुबह गम्हरिया बाजार में मातम छा गया. जब एक साल पहले जिस युवक की शादी हुई थी उसका शव उसके घर से 2 किलोमीटर दूर छतियाना जाने वाली सड़क के समीप गम्हरिया वार्ड-11 के बड़ी नहर के नीचे मिला. जबकि उसकी सात माह की गर्भवती पत्नी का शव घर में बिछावन के नीचे पड़ा मिला. दोनों पति-पत्नी घर में अकेले थे. शव की पहचान वार्ड-एक निवासी स्व. जगदीश राय के पुत्र विकास कुमार बिक्कू और उसकी पत्नी की पहचान वंदना कुमारी के रूप में की गई.
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दोनें की हत्या 23 अप्रैल की रात अज्ञात लोगों ने गला घोटकर कर दी थी. हत्या के करीब दो माह बाद मधेपुरा पुलिस ने मामले पर बड़ा खुलासा किया है. एसडीपीओ अजय नारायण यादव ने बताया कि इस हत्याकांड में मृतक का भाई, उसकी भाभी, भाई का साढू और साढू का लड़का सहित अन्य सगे संबंधी शामिल हैं. इसमें से मृतक की भाभी मनीषा देवी और उसके बहनोई लक्ष्मण राय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. शेष आरोपी फरार बताए जा रहे हैं. मृत महिला वंदना कुमारी अररिया जिले के भरगामा महथवा निवासी सत्यनारायाण राय की पुत्री थी. विकास कुमार के साथ उसकी शादी पिछले साल 22 अप्रैल को ही हुई थी.
पुलिस ने इस केस के खुलासे के लिए वैज्ञानिक अनुसंधान का सहारा लिया. वैज्ञानिक अनुसंधान में पता चला कि घटना के दिन मृतक का भाई, उसकी भाभी, भाई का साढू और साढू का लड़का सहित अन्य रिश्तेदार आपस में कई बार बात कर चुके थे. इनमें से कई का टावर लोकेशन गम्हरिया था. लेकिन वे अपनी उपस्थिति स्वीकार नहीं कर रहे थे. इसके बाद उनलोगों पर निगरानी रखी जाने लगी. संदेह बढ़ने के बाद मृतक की भाभी मनीषा कुमारी जो ससुराल में ही थी, उसे गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद मनीषा से पूछताछ में पता चला कि घटना में मनीषा का बहनोई लक्ष्मण राय भी शामिल है. इसके बाद लक्ष्मण राय को सहरसा के सिहौल से गिरफ्तार कर थाना लाया गया.
जहां दोनों ने अपनी गलती को स्वीकार करते हुए बताया कि पुश्तैनी जमीन को लेकर उनलोगों के बीच आपस में अक्सर मारपीट होती थी. उसे लगभग 2 बीघा पुश्तैनी जमीन है. विक्कू मंदबुद्धि का था, जबकि इसका बड़ा भाई कैलू पुश्तैनी जमीन को बेचकर लुधियाना में शिफ्ट होने चाहता था. इस कारण से वह जमीन बेचना चाहता था, जबकि विक्कू ऐसा करने से मना करता था. इसी बात से खफा कैलू ने छोटे भाई और उसकी सात माह की गर्भवती पत्नी को रास्ते से हटाने की योजना बनाई. इसमें उसने अपने साढू और उसके बेटे को भी शामिल किया. घटना से एक-दो दिन पहले लुधियाना जाने की बात कहकर कैलू अपनी पत्नी को लेकर घर से चला गया.