राज्यसभा गई, अब बंगला गया, क्या सच में नीतीश और ललन सिंह हैं आरसीपी से नाराज?
Bihar Politics: अब तक अनधिकृत रूप से बतौर सांसद आरसीपी सिंह जिस घर में रहते आए हैं, उसे मुख्य सचिव के घर के तौर पर नामांकित कर दिया है.
पटना: Bihar Politics: कभी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले जदयू के वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह के केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पार्टी के लोगों से ऐसी नारजगी हुई कि राज्यसभा जाने की आशा तो टूट ही गई अब पटना आवास भी छीन गया. वैसे, जदयू ने इसके 'साइड इफेक्ट' को कम करने के लिए पहले ही तैयारी कर ली है.
बिहार के मुख्य सचिव के नाम पर आवंटित हुआ घर
बिहार सरकार के भवन विभाग ने गुरुवार को सात स्ट्रैंड रोड स्थित आवास जो संजय गांधी के नाम से आवंटित था, जिसमें अनधिकृत रूप से बतौर सांसद आरसीपी सिंह अब तक रहते आए हैं, उसे मुख्य सचिव के घर के तौर पर नामांकित कर दिया है. इस आदेश के बाद तय है कि आरसीपी सिंह अब पटना में अपना नया ठिकाना तलाश करेंगे.
नीतीश कुमार की है सहमति?
जदयू के नेता भी दबे स्वर यह मानते हैं कि बिना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौन सहमति के ऐसा करना विभाग के लिए आसान नहीं है. इससे पहले भी राज्यसभा के लिए आर सी पी सिंह को प्रत्याशी नहीं बनाया गया. सिंह केंद्र में मंत्री हैं, ऐसे में अब माना जा रहा है उन्हें जुलाई में मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ सकता है.
नीतीश और ललन सिंह आरसीपी सिंह से हैं नाराज?
जदयू के अध्यक्ष ललन सिंह और मुख्यमंत्री केंद्रीय मंत्री सिंह से नाराज बताए जा रहे हैं. ऐसे में सरकारी बंगला छीनने और राज्यसभा का प्रत्याशी नहीं बनाए जाने के साइड इफेक्ट से भी जदयू नेतृत्व डरा हुआ है. जदयू एक ओर अपने संगठन को लगातार मजबूती देने के लिए कार्य में लगी हुई है, वहीं इसका प्रभाव भी पड़ने का डर सता रहा है. यही कारण माना जा रहा है कि काम नहीं करने वाले कई नेताओं की छुट्टी दी जा रही है.
आरसीपी सिंह की पार्टी में पूछ हो रही कम?
जदयू के एक नेता नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर बताते हैं कि आरसीपी सिंह ने पार्टी के कई प्रकोष्ठ बनाए थे, जिसे वर्तमान अध्यक्ष ललन सिंह ने भंग कर दिया. आरसीपी सिंह के पार्टी में लगातार पूछ कम होने के कारण ऐसे प्रकोष्ठों के नेता और कार्यकर्ता नाराज बताए जा रहे हैं.
ऐसे में पार्टी के अंदर भी बयानबाजी का दौर प्रारंभ होने का डर भी पार्टी नेतृत्व को सता रहा है. सिंह के कई समर्थक तो सोशल मीडिया पर अभियान चलाना प्रारंभ कर दिए हैं.
अध्यक्ष ने जारी की चेतावनी
अब इस बात को शांत करने के लिए चेतावनी दे दी है कि अगर किसी ने भी पार्टी विरोधी बयान सोशल मीडिया पर लिखा या दिया, उसके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने जो चेतावनी पत्र जारी किया है, उसे आरसीपी सिंह समर्थकों के लिए ही माना जा रहा है.
जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने सोशल मीडिया पर पार्टी की छवि धूमिल करने वालों को सख्त चेतावनी जारी की है. प्रदेश अध्यक्ष ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि जो लोग भी सोशल मीडिया पर पार्टी की छवि खराब करने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं, उनसे पूरी सख्ती से निपटा जाएगा.
(आईएएनएस)