Patna: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि 2024 तक बिहार की सड़कें अमेरिका की तरह हो जाएंगी, इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार मिलकर विशेष पहल कर रही हैं. पटना और वैशाली जिला मुख्यालय को जोड़ने वाले गंगा नदी के ऊपर पुनर्निर्मित महात्मा गांधी सेतु के पूर्वी हिस्से का उद्घाटन करते हुए गडकरी ने कहा, 'सड़कें राज्य और देश की समृद्धि से जुड़ी हैं. इसमें कोई संदेह नहीं है कि पिछले कुछ वर्षों में बिहार के सड़क नेटवर्क में जबरदस्त सुधार हुआ है और मुझे यकीन है कि इसमें और सुधार होगा.' 


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उन्होंने कहा, 'मैं विश्वास के साथ कहता हूं कि राज्य (बिहार) का सड़क ढांचा 2024 तक अमेरिका जैसा हो जाएगा.' गडकरी ने कहा, 'बिहार से संबंधित कई बड़ी परियोजनाएं हैं जो बहुत जल्द पूरी हो जाएंगी और मंत्रालय बुद्ध सर्किट, राम जानकी-अयोध्या और जैन सर्किट सहित कुछ परियोजनाओं की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में भी है.' उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से राज्य में आर्थिक गलियारे के साथ ही औद्योगिक क्लस्टर और स्मार्ट सिटी, राजमार्गों के पास स्थापित करने की अपील की. 


तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी द्वारा नदी बने पर बने देश के सबसे लंबे पुल महात्मा गांधी सेतु (कुल 5750 मीटर) का 1982 में उद्घाटन किया गया था. 1999 में पुल की मरम्मत करने की जरूरत पड़ी और यह स्थिति 2016 तक बना रही जब तक कि केंद्र सरकार ने इसके पुनर्निर्माण योजना को मंजूरी नहीं दी. उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच परिवहन के लिए जीवन रेखा माने जाने वाले महात्मा गांधी सेतु के पश्चिमी हिस्से पर यातायात को गडकरी ने 31 जुलाई 2020 को हरी झंडी दिखाकर चालू किया था. गडकरी ने महात्मा गांधी सेतु के पुनर्निर्मित पूर्वी हिस्से सहित दो परियोजनाओं का आज उद्घाटन किया तथा 13 हजार 585 करोड़ रुपये की लागत वाली 15 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया. 


इस अवसर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, 'नवंबर 2005 से जब हम लोगों को काम करने का मौका मिला तो उस समय से लगातार विकास के कार्य किये जा रहे हैं. वर्ष 2005 के पहले सड़कों की क्या स्थिति थी, यह आप सभी जानते हैं.' उन्होंने कहा, 'जब हम लोगों ने काम करना शुरू किया, उस समय राष्ट्रीय राजमार्गों को राज्य सरकार की तरफ से 970 करोड़ रुपये खर्च कर ठीक कराया गया. उस समय की केंद्र सरकार से हम लोगों ने इसकी मांग रखी थी जिसे अस्वीकृत कर दिया गया.' कुमार ने कहा कि 54 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि पथों एवं पुल-पुलियों के निर्माण पर खर्च की गयी है. उन्होंने कहा कि राज्य के दूरस्थ इलाके से छह घंटे में राजधानी पटना पहुंचने के लक्ष्य को पूरा किया जा चुका है और अब पांच घंटे में पटना पहुंचने के लक्ष्य पर काम किया जा रहा है. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, अश्विनी चौबे, पशुपति कुमार पारस और नित्यानंद राय मौजूद रहे. 


इस बीच बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद के प्रवक्ता प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने पत्रकारों से बात करते हुए महात्मा गांधी सेतु के उद्घाटन समारोह में बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव को आमंत्रित नहीं करने पर निराशा व्यक्त की और कहा कि राज्य सरकार को ऐसे आयोजनों में विपक्ष के नेता को आमंत्रित करना चाहिए. 


(इनपुट: भाषा)