पटनाः बिहार के राजनीतिक गलियारे से एक सनसनीखेज खबर सामने आ रही है. इस खबर की सियासी गलियारों में खूब चर्चा है. खबर की मानें तो राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के साले और पूर्व विधायक साधु यादव को पटना के MPMLA कोर्ट ने तीन साल के कैद की सजा सुनाई है. बता दें कि एक जमाने में बिहार की राजनीति में साधु यादव एक खास ठसक रखते थे. लालू यादव और राबड़ी देवी के राज साधु यादव की तूती बोलती थी. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आपको बता दें कि एमपीएमएलए कोर्ट की तरफ से साधु यादव को तीन साल की सजा के साथ 5 हजार रुपये जुर्माने की भी सजा सुनाई गया है. जिस मामले में साधु यादव को यह सजा सुनाई गई है वह बहुत चर्चित मामला है. साधु यादव पर आरोप था कि सरकारी कार्यालय में घुसकर परिवहन विभाग के अधिकारियों से उन्होंने बदसलूकी की थी. इसी मामले पर एमपीएमएलए कोर्ट ने उन्हें तीन वर्ष की कैद व 5 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है. साथ ही जुर्माना नहीं भरने पर एक महीने के अतिरिक्त कारावास की भी सजा सुनाई गई है.


ये भी पढ़ें- चार हाथ चार पैर वाली अनोखी बच्ची चहुमुखी कुमारी की सर्जरी के लिए आगे आए सोनू सूद, बुलाया मुंबई


बता दें कि लालू यादव और राबड़ी देवी के हाथ से जैसे ही बिहार की सत्ता गई साधु यादव के रिश्ते भी बहन और बहनोई के साथ खराब हो गए. एक जमाना था जब बहन बहनोई के शासन काल में साधु यादव एवं सुभाष यादव की हनक सियासी गलियारे में खूब थी.


बता दें कि लालू और राबड़ी के राज में इन्हें सत्तासीन सीएम का दायां हाथ माना जाता था. लालू के समय ही साधु यादव विधान परिषद सदस्‍य और विधायक भी बने. इसके साथ ही राजद के टिकट पर गोपालगंज सीट से साधु यादव साल 2004 में सांसद भी बने. 


तेजस्वी यादव की शादी के बाद लालू परिवार से साधु यादव के रिश्ते बिगड़ते चले गए. दोनों तरफ से हद में रहने की बात तक कही जाने लगी. धीरे-धीरे विवाद बढ़ा और बहन-बहनोई के साथ ही भांजे भांजियों से भी साधु के रिश्तों में खटास आ गई. साधु यादव ने लालू परिवार के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया.