Saraswati Puja 2022: बिहार में कोविड गाइडलाइन के बीच मनानी होगी सरस्वती पूजा, इन चीजों पर होगा प्रतिबंध
धार्मिक स्थलों पर पुजारी केवल आंतरिक पूजा कर सकते हैं. वहीं स्कूल-कॉलेज 6 फरवरी तक बंद हैं और इंटर के एग्जाम (Exam) भी चल रहे हैं, इसलिए स्कूल-कॉलेज में पूजा की अनुमति नहीं है.
Patna: सरस्वती पूजा (Saraswati Puja) को लेकर पटना सिटी अनुमंडल कार्यालय में गुरुवार को शांति समिति की बैठक (Meeting) हुई. बैठक में पटना सिटी अनुमंडलाधिकारी और कई थानाध्यक्ष समेत सैकड़ों की संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए.
सरकार की गाइडलाइन का करना होगा पालन
बता दें कि इस मीटिंग के दौरान सरस्वती पूजा में शांति बनाए रखने और कोरोना प्रोटोकॉल (Corona Protocol) का पालन करने समेत कई विषयों पर विशेष चर्चा की गई. वहीं मौके पर पटना सिटी SDO ने कहा कि सरस्वती पूजा में सरकार की गाइडलाइन (Guideline) का पालन करना होगा. सार्वजनिक स्थानों पर प्रतिमा बिठाने पर प्रतिबंध होगा.
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प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने पर होगी कानूनी करवाई
एसडीओ ने आगे कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पूजा करनी होगी. इसका उल्लंघन करने पर कानूनी करवाई (Legal Action) की जाएगी. वहीं संवेदनशील इलाके में पुलिस (Police) की गश्ती तेज रहेगी. चौक-चौराहे पर विशेष पुलिस बल (Police Force) के साथ सादे वर्दी मे पुलिस की तैनाती की जाएगी. साथ ही संदिग्धों पर कड़ी नजर भी रखी जायेगी. वहीं अनुमंडलाधिकारी ने आम लोगों से सरस्वती पूजा शांति से मनाने की अपील की.
जुलूस निकालने और डीजे के इस्तेमाल पर रोक
बैठक में बताया गया कि धार्मिक स्थलों पर पुजारी केवल आंतरिक पूजा कर सकते हैं. वहीं स्कूल-कॉलेज 6 फरवरी तक बंद हैं और इंटर के एग्जाम (Exam) भी चल रहे हैं, इसलिए स्कूल-कॉलेज में पूजा की अनुमति नहीं है. हालांकि छोटे पैमाने पर सशर्त पूजा की अनुमति प्रशासन की पूर्व अनुमति से दी गई है. वहीं मूर्ति विसर्जन जुलूस निकालने पर रोक लगाया गया है. अधिकतम 50 लोग ही कार्यक्रम में भाग ले सकते हैं. डीजे के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध (Restriction) है. बसंत पंचमी (Basant Panchami) में कोविड प्रोटोकॉल का पालन हर हाल में करना होगा.
(इनपुट-प्रवीण कांत)