सीवान : सीवान के रहने वाले एक ही परिवार के 4 लोगों की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई. यह दुर्घटना लखनऊ आगरा एक्सप्रेस-वे पर घटी. जहां ट्रक और सफारी कार की भिड़ंत में इन लोगों की मौत हुई और इस दुर्घटना में दो लोगों की स्थिति गंभीर बनी हुई है. 


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सीवान के पचरुखी थाना क्षेत्र के कोदई के रहने वाले एक ही परिवार के 4 लोगों की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई है. जबकि 2 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. जिनका इलाज लखनऊ के लोक बंधु हॉस्पिटल में चल रहा है. इधर एक ही परिवार के 4 लोगों की मृत्यु होने के बाद पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है. 


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बता दें कि यह सभी लोग अपने सफारी गाड़ी में सवार होकर जयपुर के मानसरोवर से शादी समारोह में शामिल होने के लिए सीवान अपने पैतृक गांव कोदई आ रहे थे. तभी यूपी के उन्नाव, हसनगंज कोतवाली क्षेत्र में लखनऊ आगरा एक्सप्रेस-वे पर लखनऊ से आगरा जा रहे अनियंत्रित ट्रक विपरीत दिशा से सफारी कार में जाकर टकरा गई. घटना के बाद हसनगंज इंस्पेक्टर अखिलेशचंद्र पांडे दलबल के साथ मौके पर पहुंचकर सभी मृतकों के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए लखनऊ लोक बंधु हॉस्पिटल भेज दिया. जबकि दो लोगों की गंभीर हालत में इलाज जारी है. घटना रविवार की अहले सुबह तकरीबन 5:00 बजे की बताई जा रही है


घटना के संबंध में कहा जा रहा है कि लखनऊ से आगरा जा रहे ट्रक ड्राइवर को नींद आ गई जिसके बाद कंटेनर लिए ट्रक सीधा सामने से आ रही सफारी गाड़ी में घुस गई. घटना के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गया. सड़क हादसे में सभी मृतक सीवान जिले के पचरुखी थाना क्षेत्र के कोदई गांव निवासी एक ही परिवार के रहने वाले हैं. हादसे में मारे गए लोगों की पहचान पचरुखी के कोदई रहने वाले शिवशंकर मिश्र के पुत्र अखिलेश मिश्र (40) पत्नी बबिता देवी (38) पुत्री प्रियांशी (12) व भतीजी ज्योति (18) के रूप में हुई है. जबकि गंभीर रूप से घायलों में मित्र रूपम कुमार तथा संतोष मिश्रा शामिल हैं. मृतक अखिलेश मिश्र अपने छोटे भाई विकास मिश्र की शादी में जयपुर के मानसरोवर से गांव आ रहे थे. यह शादी 22 जून को होनी थी. 


सिजेरियन के दौरान बच्चे की मौत, परिजनों ने सदर अस्पताल में जमकर किया हंगामा 
सीवान में सिजेरियन के दौरान बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने सदर अस्पताल में जमकर हंगामा किया है. परिजनों का आरोप है कि सदर अस्पताल में मौजूद आशाकर्मी ने नॉर्मल डिलीवरी के नाम पर प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराई है. जबकि आशाकर्मी का कहना है कि मैंने नहीं बल्कि ये लोग खुद नॉर्मल डिलीवरी के लिए बाहर जा रहे थे. बताया जा रहा है कि अनिल साह अपनी पत्नी आरती देवी को लेकर सीवान सदर अस्पताल में बच्चे की डिलीवरी कराने के लिए पहुंचे थे, इसी दौरान सदर अस्पताल में पहले से मौजूद एक महिला आशाकर्मी मीरा देवी ने उन्हें बहला-फुसलाकर नॉर्मल डिलीवरी कराने के नाम पर एक निजी अस्पताल में लेकर चली गई. 


मरीज को भर्ती कराने के बाद जब डॉक्टरों ने ओवरडोज इंजेक्शन देना शुरू किया तो पीड़िता के पति अनिल साह ने खतरे को भांपते हुए पत्नी आरती देवी को लेकर वापस सदर अस्पताल पहुंच गए. तब तक सिजेरियन के दौरान बच्चे की मौत हो गई. वहीं आशा कार्यकर्ता का कहना है कि यह लोग हम पर गलत आरोप लगा रहे हैं. अब जांच के बाद ही पता चलेगा कि किसकी लापरवाही से बच्चे की मौत हुई है.