Shahnawaz Hussain बनाएं जाएंगे MLC, BJP ने बिहार विधान परिषद का बनाया उम्मीदवार
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Shahnawaz Hussain बनाएं जाएंगे MLC, BJP ने बिहार विधान परिषद का बनाया उम्मीदवार

बीजेपी प्रवक्ता और मीडिया सह प्रभारी संजय मयूख ने कहा कि शाहनवाज हुसैन शाहनवाज हुसैन (Shahnawaz Hussain) बीजेपी (BJP) की तरफ से विधान परिषद के उम्मीदवार होंगे.

पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन होंगे बिहार विधान परिषद के लिए उम्मीदवार. (फाइल फोटो)

पटना: बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन (Shahnawaz Hussain) बिहार से विधान परिषद (Bihar Vidhan Parishad) के लिए उम्मीदवार होंगे. बीजेपी प्रवक्ता और मीडिया सह प्रभारी संजय मयूख ने कहा कि शाहनवाज हुसैन बीजेपी (BJP) की तरफ से विधान परिषद के उम्मीदवार होंगे. बता दें कि बिहार के सुपौल में जन्में शाहनवाज हुसैन बीजेपी के कद्दावर नेताओं में शुमार हैं. शाहनवाज हुसैन और मुख्तार अब्बास नकवी की पहचान बीजेपी के बड़े और कद्दावर नेताओं के तौर पर होती है.

शाहनवाज हुसैन तीन बार लोकसभा के लिए चुने जा चुके हैं. वह 1999 में किशनगंज, 2006 और 2009 में भागलपुर से चुनाव जीतक सांसद चुने गए थे. इसके साथ ही शाहनवाज हुसैन केंद्र की अटल बिहार वाजपेयी सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. वहीं, शाहनवाज हुसैन को बिहार विधान परिषद का उम्मीदवार बनाए जाने पर संजय मयूख ने कहा कि बिहार विधान परिषद में शाहनवाज हुसैन जैसे नेता बैठेगा तो बीजेपी क मुखर आवाज होगी, जो बिहार के विकास को गति देगी.

उन्होंने कहा कि ये कार्यकर्ताओं के लिए हर्ष का विषय है, कार्यकर्ता बहुत खुश हैं. बीजेपी ने एक बार फिर 'सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास' की बात को फिर से साबित किया है. संजय मयूख ने कहा कि शाहनवाज हुसैन की उम्मीदवारी से पूरी एनडीए बहुत खुश है, नाराज वो है जो टोपी लगाकर बिहार में राजनीति करते थे और टिकट बेटा-बेटी को देते थे. बीजेपी ने कार्यकर्ता शाहनवाज को उम्मीदवार बनाया है, जिसे सर्वसमाज ने स्वीकारा है. एनडीए सरकार में सबको समुचित प्रतिनिधित्व मिलने वाला है.

बता दें कि बिहार विधान परिषद की दो सीटों पर 28 जनवरी को चुनाव होने हैं. संख्याबल को देखते हुए माना जा रहा है कि दोनों सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार आराम से जीत जाएंगे. इससे पहले बिहार विधान परिषद की दोनों सीटों पर बीजेपी का कब्जा था. इसमें से एक पर पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी और दूसरे पर विजय नारायण झा का कब्जा था.