चाईबासा : पश्चिम सिंहभूम जिला के प्राथमिक से लेकर प्लस टू तक के स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए जल्द ही डिजिटल क्लास शुरू किए जाएंगे. झारखंड के शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार ही हिन्दी में वर्चुअल पढाई की व्यवस्था की जा रही है. जिले के स्कूलों में डिजिटल क्साल का शुभारंभ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने समाहरणालय सभागार में किया. इस मौके पर जिला के डीसी अरवा राजकमल, डीडीसी आदित्य रंजन और टाटा स्टील क्लासेज के शिक्षक मौजूद थे.


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टाटा स्टील ने जिले में डिजिटल क्लास के लिए स्टडी मेटेरियल सीएसआर के तहत मुफ्त में दिया है. जबकि सभी स्कूलों में डिजिटल क्लास के लिए एलईडी सहित अन्य सामग्री जिला प्रशासन उपलब्ध कराएगा. प्रारंभ में जिले के 22 हाईस्कूल में 12 जनवरी विश्व युवा दिवस से शुरू कर दिया. फरवरी तक 50 स्कूलों तक इसकी व्यवस्था उपलब्ध करा दी जाएगी.


झारखंड में चाईबासा पहला जिला होगा, जहां डिजिटल क्लास शुरू होगा. इसका फायदा जिले के मैट्रिक और इंटर के छात्रों को खासतौर पर होगा. उन्हें परीक्षा की तैयारी में काफी सहायता मिलेगी और बेहतर रिजल्ट ला सकेंगे.


पश्चिमी सिंहभूम जिला में शिक्षा का स्तर काफी दयनीय है. स्कूलों में शिक्षक की भारी कमी है. तमाम प्रयास के बाद मैट्रिक और इंटर का रिजल्ट खराब होता रहा है. इसी को ध्यान में रखकर जिले के डीसी और डीडीसी ने डिजिटल क्लास की योजना बनायी और टाटा स्टील ने इसमें सहयोग किया. 


डीसी अरवा राजकमल ने बताया कि इसके तहत रिकॉर्डेड क्लास तो चलेगा ही, साथ ही एक और व्यवस्था ऑनलाइन की भी की गई है, जिसमें समाहरणालय के एक कमरे में वीडियो क्रांफेंसिग के माध्यम से विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ शिक्षक या कोई भी अन्य व्यक्ति क्लास ले सकता है. इससे छात्रों को काफी फायदा होगा.


डीडीसी आदित्य रंजन ने कहा कि उनका मकसद जिले आदिवासी बच्चों सहित अन्य बच्चों के बीच पढाई को रूचिकर बनाने का है. किताबों के माध्यम से वे जितना समज नहीं हो पाते वे डिजिटल क्लास के माध्यम से विभिन्न विषयों को आसानी से समझ सकेंगे. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने डीसी और डीडीसी के प्रयासों की सराहना करते कहा कि जिस तरह जिला में शैक्षणिक माहौल की जरूरत है, उसे दोनों अधिकारी पूरा करने में लगे हैं.