बिहार में कोरोना रिकवरी दर 71 फीसदी, 44 पॉजिटिव मरीजों की हुई मौत: स्वास्थ्य सचिव
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बिहार में कोरोना रिकवरी दर 71 फीसदी, 44 पॉजिटिव मरीजों की हुई मौत: स्वास्थ्य सचिव

स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि, 3 मई के बाद अन्य राज्यों से अपने गृह राज्य (बिहार) वापस आए 4,687 व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है.

बिहार में कोरोना रिकवरी दर 71 फीसदी, 44 पॉजिटिव मरीजों की हुई मौत: स्वास्थ्य सचिव. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

पटना: स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि, अब तक कुल 1 लाख 39 हजार 584 सैंपल्स की जांच की गई है और अब कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 6,993 हो गई है. पिछले 24 घंटे में कोरोना के 104 नए पॉजिटिव मामले सामने आए हैं.

4961 कोरोना संक्रमित रिकवर
उन्होंने कहा कि, पिछले 24 घंटे में 185 लोग स्वस्थ हुए हैं और अब तक कुल 4,961 कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होकर अपने घर वापस जा चुके हैं, जो कुल संक्रमित व्यक्तियों का 71 प्रतिशत है. स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि, बिहार के 38 जिलों में कोरोना संक्रमण के 1,987 एक्टिव मामले हैं. 3 मई के बाद अन्य राज्यों से अपने गृह राज्य (बिहार) वापस आए 4,687 व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है.

लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि, स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार को 5,182 सैंपल्स की जांच की गई. गुरुवार को गया निवासी 63 वर्षीय कोरोना संक्रमित एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है. बुधवार को दो व्यक्तित्यों के मृत्यु की सूचना है, इनमें से एक दरभंगा के थें, जो अन्य गंभीर बिमारियों से भी ग्रस्त थें. इनकी उम्र 70 वर्ष थी. दूसरे व्यक्ति 53 वर्षीय नालंदा निवासी थें, यह भी अन्य बिमारियों से ग्रस्त थें.

44 कोरोना संक्रमित लोगों की हुई मौत
सचिव ने कहा कि, 6 जून को भी दो व्यक्तियों की मृत्यु हुई थी, जिनके जांच रिपोर्ट में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है. इनमें से एक व्यक्ति सारण के थें, जो मुंबई से आए थें और आने के साथ ही बीमार थें. दूसरा पश्चिम चम्पारण के निवासी थें, जो केरल से आए थें और आने के साथ ही बीमार थें. इस प्रकार अब तक 44 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है, जो कोविड-19 पॉजिटिव थे.

जांच के लिए बन रही विशेष रणनीति
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि, विभाग के द्वारा विशेष रणनीति के तहत टेस्टिंग की जा रही है और गुरुवार को मुख्य सचिव के स्तर पर वीडियो कांफ्रेंसिंग कर सभी जिलों के जिलाधिकारी और सिविल सर्जन को, कोरोना से जुड़ी सभी बिंदुओं पर रणनीति के तहत गहन अनुश्रवण की जा रही है. ताकि अधिक से अधिक समुदाय स्तर पर सेम्पल्स संग्रह कर संक्रमण की पहचान की जा सके. 

साथ ही, ज्यादा से ज्यादा कांटेक्ट ट्रेसिंग कर संक्रमण की पहचान की जा रही हैं और कोरोना संक्रमण के लक्षण वाले व्यक्तियों की पहचान कर, उनका उचित इलाज सुनिश्चित कराने की दिशा में, सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं.