Bhagalpur Bomb Blast: धमाके से दहला भागलपुर, 2 बच्चे बुरी तरह घायल, जांच दल सक्रिय
बिहार के भागलपुर के नाथनगर के मधुसुदनपुर थाना क्षेत्र में 15 जून गुरुवार की दोपहर में बम फटने से दो बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए. इन दोनों घायल बच्चों को इलाज के लिए मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. एक बच्चे की उम्र 12 साल है और दूसरी लड़की है जिसकी उम्र आठ साल है.
भागलपुर: बिहार के भागलपुर के नाथनगर के मधुसुदनपुर थाना क्षेत्र में 15 जून गुरुवार की दोपहर में बम फटने से दो बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए. इन दोनों घायल बच्चों को इलाज के लिए मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. एक बच्चे की उम्र 12 साल है और दूसरी लड़की है जिसकी उम्र आठ साल है. ये दोनों भाई-बहन हैं. दोनों बच्चे बगीचे में खेलने और आमम बीनने के लिए गए हुए थे. वहीं उन्हें एक पोटली दिखी जिसे आम की पोटली समझकर उन्होंने उठा लिया. रस्सी से बंधी इस पोटली में जोर का धमाका हो गया और दोनों वहां बुरी तरह से घायल हो गए.
दोनों घायल बच्चे का नाम बालवीर और आयुषी है. बालवीर का एक पैर बम से बुरी तरह घायल हो गया. दोनों बच्चे मनोहरपुर गांव के रहने वाले हैं. बता दें कि आठ साल की लड़की आयुषी अब खतरे से बाहर है लेकिन 12 बालवीर की हालत अभी भी नाजुक है.
ये भी पढ़ें- चौकीदार की पिटाई करने वाले रंगबाज दरोगा को SP ने किया सस्पेंड, जानें क्या पूरा मामला
भागलपुर के मधुसूदनपुर थाना क्षेत्र के मनोहरपुर के बगीचे में बम ब्लास्ट मामले में घटनास्थल पर एफएसएल, आईबी, डॉग स्क्वायड की टीम एसएसपी व डीएसपी सहित मौके पर पहुंचे. ब्लास्ट का सैम्पल कलेक्ट किया गया.
यहां टिफ़िन बम के फटने की बात सामने आई है. उससे जुड़े कई मेटल एफएसएल को मिले हैं. हांलाकि एसएसपी आनंद कुमार ने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकता है. वहीं उन्होंने कहा कि ब्लास्ट हुआ था दो बच्चे घायल हैं इस पूरे मामले जांच की जा रही है. निश्चित रूप से इसमें कार्रवाई होगी. मधुसुदनपुर थाने की पुलिस के अलावा कई टीम इस पर काम कर रही है.
मनोहरपुर बगीचा स्थित धर्मवीर कुमार के घर के बगल में बने झोपड़ी नुमा घर में बम धमाका हुआ था. वहां खेल रहे धर्मवीर के बेटे बालवीर व बेटी आयुषी बुरी तरह घायल हो गए. अभी भी दोनों का इलाज जेएलएनएमसीएच में चल रहा है. इस सब के बीच सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिस जगह यह धमाका हुआ इसके आसपास के बगीचे में शराबियों का असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगता है. ऐसे में पुलिस यहां कोई कार्रवाई क्यों नहीं करती है? नाथनगर इलाके में कई बार बम धमाके हुए हैं तो कई बार बम के अवशेष मिले हैं लेकिन पुलिस इसको रोकने में कामयाब क्यों नहीं हो पाती है?