Bachcha Rai On ED Raid: बिहार के कथित शिक्षा माफिया अमित कुमार उर्फ बच्चा राय पर हाल ही में ईडी की कार्रवाई हुई थी. ईडी को उनके ठिकानों से तीन करोड़ रुपये से अधिक की नकदी मिली थी. जिसे गिनने के लिए बैंक से नोट गिनने वाली मशीन मंगानी पड़ी थी. इस छापेमारी के बाद बच्चा राय पहली बार मीडिया के सामने आया और ईडी की कार्रवाई को गलत बताया. छापेमारी में ईडी को तीन करोड़ रुपये से अधिक की मिली नकदी पर सफाई देते हुए बच्चा राय ने कहा कि वह स्कूल-कॉलेज में आई फीस का कलेक्शन था. उसने कहा कि जो कैश मिला है वह रकम बीएड कॉलेज में नामांकन कराने वाले स्टूडेंट से फीस के रूप में ली गई थी. 


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बच्चा राय ने कहा कि कुछ टेक्निकल वजहों के कारण इस रकम को बैंक में जमा नहीं कराया जा सका था. इसी कारण इस रकम को कॉलेज के सचिव के कमरे में सुरक्षित रखा गया था. जो पैसा बरामद हुआ है वो पैसा छात्रों से लिया गया था. उसने कहा कि ईडी की कार्रवाई गलत है और इसके खिलाफ वह कोर्ट भी जाएगा. ईडी की जब्त जमीन पर कब्जा करने की बात का भी उसने खंडन किया. उसने कहा कि उस पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं. ईडी रेड के बाद शायद उसकी तबियत खराब हो गई है इसीलिए मीडिया के सामने उसे व्हील चेयर पर लाया गया था.


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बता दें कि 2016 में बिहार बोर्ड में हुए टॉपर घोटाले में बच्चा राय का नाम सामने आया था. 2016 की इंटर आर्ट्स परीक्षा में वैशाली के विशुन राय महाविद्यालय की छात्रा रूबी राय ने टॉप किया था. जब मीडिया ने उसका इंटरव्यू लिया था तो उसकी पोल खुल गई थी और पूरा घोटाला सामने आ गया था. रूबी राय, बच्‍चा राय के कॉलेज से ही पढ़ाई कर थी. इस पूरे घोटाले में बच्चा राय ही मास्टरमाइंड निकला था. जिसके बाद ईडी ने आय से अधिक संपत्ति को लेकर बच्चा राय की जमीन को जब्त कर लिया था. 


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बच्चा राय पर आरोप है कि वो ईडी द्वारा जब्त की गई जमीन पर ही अपना स्कूल बनवा रहा था. इस मामले में बच्चा राय के खिलाफ भगवानपुर थाना में एक FIR तक दर्ज करवाई गई थी. इसी के चलते ईडी ने उसके कई ठिकानों पर छापेमारी की थी.