बिहार में अब सुरक्षित नहीं महिलाएं! गया में लड़की को जबरदस्ती ऑटो में बिठाया, बदतमीजी की फिर बाहर फेंक दिया
बारा गांव के पास मनचलों ने एक युवती को जबरन ऑटो में खींचकर बिठा लिया. युवती जोर-जोर से चिल्लाने लगी. इस पर उसे ऑटो से फेंक दिया.
Bihar Crime News: बिहार की महागठबंधन सरकार में कानून-व्यवस्था का मजाक बन चुका है. पूरे प्रदेश में महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचार काफी बढ़ गए हैं. बदमाशों में पुलिस का जरा भी डर नहीं है. ताजा मामला गया से सामने आया है. यहां कुछ मनचलों ने एक लड़की को सरेराह ऑटो में खींच लिया, उसके साथ बदतमीजी की और फिर उसे चलती ऑटो से बाहर फेंक दिया है. ऑटो से गिरने से वह घायल हो गई है. ये घटना गया-फतेहपुर मुख्य मार्ग पर बारा गांव के पास की है.
जानकारी के मुताबिक, बारा गांव के पास मनचलों ने एक युवती को जबरन ऑटो में खींचकर बिठा लिया. युवती जोर-जोर से चिल्लाने लगी. इस पर उसे ऑटो से फेंक दिया. इस घटना से लड़की काफी डरी हुई है. स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी थी. पुलिस ने युवती को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है. उधर, पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए ऑटो ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन ऑटो में ऐसी घटना को अंजाम देने वाले लड़के अभी भी फरार हैं.
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गांववालों के कारण बची लड़की
टनकुप्पा थानाध्यक्ष रंजीत चौधरी का कहना है कि युवती की शिनाख्त नहीं हो सकी है. वह बेहोश है, लिहाजा उसके होश में आने के बाद ही पूरी घटना की जानकारी मिल सकेगी. वहीं कुछ ग्रामीणों का कहना है कि ऑटो में लड़की के चिल्लाने की आवाज सुनकर कुछ युवकों ने बाइक से ऑटो का पीछा किया. इस पर ऑटो पर सवार बदमाश लड़कों ने युवती को चलते हुए ऑटो से फेंक दिया और फरार हो गए. गांव के युवकों ने ऑटो वाले को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया है. अब चालक से पूछताछ की जा रही है.
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महिलाओं के खिलाफ अपराध में बढ़ोतरी
बिहार आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में बढ़ोतरी हुई है. रिपोर्ट में कहा गया कि पिछले वर्ष की तुलना में, 2021-22 में महिलाओं के खिलाफ किए गए अपराधों से संबंधित पंजीकृत और निपटाए गए मामलों की संख्या में क्रमशः 13.05% और 19.7% की वृद्धि हुई है. आंकड़ों के मुताबिक दर्ज किए गए कुल 7,292 मामलों में से, महिलाओं के खिलाफ अपराधों से संबंधित 6,301 मामलों का निपटारा किया गया. 2021-22 में सभी मामलों में 4,889 के साथ घरेलू हिंसा के लिए पंजीकरण सबसे अधिक है.