मोतिहारी: कहने को तो बिहार के कोर्ट परिसर में चाक चौबंद और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई तरह के दावे किए जाते हैं पर इन तमाम दावों के बीच कोर्ट परिसर से हत्या और कई अन्य तरह के कैदियों के भागने की खबरें मिलती रहती है. ऐसा ही एक मामला बिहार के मोतिहारी से सामने आया है. जहां हवलदार की मदद से दो कैदी फरार हो गए हैं. जिसके बाद पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं. मामले के बारे में बताया जा रहा है कि हवलदार ने दोनों कैदियों से दस दस हजार रुपए लेकर हेक्सा ब्लेड उपलब्ध कराया था.


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दरअसल मोतिहारी में सिविल कोर्ट के हाजत से आज शाम दो बंदी फरार हो गए है. इस घटना के बाद सिस्टम में बैठे आरोपियों के मददगार के चेहरे को बेनकाब कर दिया है. सिविल कोर्ट के हाजत से कैदियों के भागने की आज ये कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी हाजत से कैदी भागते रहे है. पिछले एक वर्ष में ही कई बंदी कोर्ट हाजत से भाग चुके हैं. आज जेल से बंदियों के साथ बंदी अरविंद कुमार उर्फ टुन्ना ठाकुर और अरुण सहनी को भी कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था. कोर्ट में पेशी के बाद दोनों को कोर्ट हाजत में बंद कर दिया गया था. जहां ड्यूटी में तैनात एक हवलदार ने दोनों बंदियों से दस-दस हजार रुपये लेकर हेक्सा ब्लेड उपलब्ध करवाया था.


इसी हेक्सा ब्लेड से बाथरूम का ग्रिल काटकर दोनो बंदी फरार हो गए. हालांकि पुलिस की ततपरता से फरार हुए दोनों आऱोपियों में से एक बंदी को पकड़ लिया गया है. पकड़े गए बंदी ने ही पुलिस को बताया है कि कैसे उसके पास हेक्सा ब्लेड आया और कैसे दोनों बंदी फरार हुए. मोतिहारी के प्रभारी एसपी शिखर चौधरी ने बताया है कि जांच रिपोर्ट तलब किया गया है. जांच रिपोर्ट के बाद आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.


इनपुट- पंकज कुमार


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